ग्लेन मैकग्रा के सामनें नतमस्तक हुई साउथ अफ्रीका
वर्ल्ड कप के इतिहास में जब भी रोमांचक पलों की बात की जाती है तो साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के टीम के बीच हुए
वर्ल्ड कप के इतिहास में जब भी रोमांचक पलों की बात की जाती है तो साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के टीम के बीच हुए मैचों को बड़ी ही दिलचस्पी के साथ उसकी चर्चा की जाती है।
2007 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में साउथ – अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐसा मैच हुआ जो बेहद ही एक तरफा था। साउथ अफ्रीका की टीम पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया से परास्त हो गई थी। ग्लेन मैकग्रा ने अपनी कहर बरपाती गेंदबाजी से वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जो परफॉर्मेंस करी उससे मैकग्रा ने अकेले दम पर साउथ अफ्रीका की पूरी टीम को अपने सामने नतमस्तक कर दिया।
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साउथ अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ का टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला इस तरह से गलत साबित हो गया जिसका अंदाजा वहां मौजूद क्रिकेट पंडितों से लेकर क्रिकेट देखने पहुंचे लगभग 14,000 दर्शोकों को भी ना हुआ होगा।
साउथ अफ्रीका की रीढ़ की हड्डी तोड़ने में मैकग्रा ने कोई कसर नहीं छोड़ी। मैकग्रा की गेंदबाजी ने कैलिस सहित साउथ अफ्रीका के चोटी के बल्लेबाजों को धराशायी कर सेमीफाइनल के निर्णायक मुकाबले में गजब की परफॉर्मेंस कर डाली। साउथ अफ्रीका के आधी टीम केवल 27 रन के योग पर धवस्त हो गई थी। मैकग्रा ने साउथ अफ्रीका के 5 विकेट में से 3 विकेट अपने नाम किए थे। साउथ अफ्रीका के शुरूआती विकेट लेकर मैकग्रा ने पूरी तरह से साउथ अफ्रीका की टीम के बल्लेबाजी क्रम को संकट में ला दिया था ।
साउथ अफ्रीका के पारी में सिर्फ जस्टिन कैंप (49*) ही कुछ हद तक ऑस्ट्रेलियन गेंदबाजी का सामना कर पाए थे। गिब्स ने 39 रन का योगदान दिया था जिसके चलते साउथ अफ्रीका की टीम 149 रन बना पाई थी। ऑस्ट्रेलिया के तरफ से मैकग्रा ने 8 ओवर में 1 मेडन सहित 3 खिलाड़ी को आउट किया तो वहीं शॉन टेट ने अपने गेंदबाजी करियर का शानदार परफॉर्मेंस कर 39 रन देकर 4 खिलाड़ी को पवेलियन की राह दिखाई थी ।
वर्ल्ड कप के इतिहास के सेमीफाइनल मैच में यह दूसरी बार था जब कोई टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 150 रन और उससे कम के स्कोर पर सिमट गई हो, इससे पहले 1975 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड की टीम 93 रन पर ऑस्ट्रेलिया के सामने सिमट गई थी
149 रन के जबाव में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बेहद ही आसानी से लक्षय का पीछा कर लिया। 31.3 ओवर्स में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 3 विकेट के नुकसान पर 153 रन बनाकर मैच को 7 विकेट से जीत लिया था । माइकल क्लॉर्क ने 60 रन बनाएं तो मैथ्यू हेडन ने 41 रन बनाएं।
मैन ऑफ द मैच का खिताब ग्लेन मैकग्रा को उनके बेहद ही शानदार गेंदबाजी के लिए दिया गया। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की शानदार परफॉर्मेंस के चलते ऑस्ट्रेलिया की टीम चौथी बार वर्ल्ड कप के फाइनल में खेलने का टिकट पा चुकी थी तो वहीं एक बार फिर साउथ अफ्रीका के दुर्भाग्य ने अफ्रीका के वर्ल्ड कप का फाइनल खेलने के ख्वाव पर पानी फिर गया।
विशाल भगत - CRICKETNMORE