Advertisement
Advertisement
Advertisement

इंजमाम उल हक बोले,इस कारण टी-20 वर्ल्ड कप विंडो में आईपीएल नहीं होना चाहिए

लाहौर, 6 जुलाई| पाकिस्तान क्रिकेट के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने कहा है कि अगर इसी साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप की विंडो में आईपीएल होता है तो इस पर सवाल खड़े किए जाएंगे। टी-20 वर्ल्ड कप इसी

Advertisement
Inzamam ul Haq
Inzamam ul Haq (IANS)
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Jul 06, 2020 • 05:12 PM

लाहौर, 6 जुलाई| पाकिस्तान क्रिकेट के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने कहा है कि अगर इसी साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप की विंडो में आईपीएल होता है तो इस पर सवाल खड़े किए जाएंगे। टी-20 वर्ल्ड कप इसी साल 18 अक्टबूर से 15 नवंबर के बीच होना है, लेकिन कोरोना वायरस की स्थिति में इसके टाले जाने की पूरी संभावना नजर आ रही है।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
July 06, 2020 • 05:12 PM

इंजमाम ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "यह लगभग पक्का है कि इस साल टी-20 वर्ल्ड कप नहीं होगा। इस संबंध में सिर्फ घोषणा होना बाकी है। अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक इस साल टी-20 वर्ल्ड कप नहीं होगा।"

Trending

उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलिया के पास यह कहने का अधिकार है कि 18 टीमों के साथ वो टूर्नामेंट नहीं करा सकते क्योंकि यह आसाना नहीं होगा।"

इंजमाम ने कहा, "न्यूजीलैंड पहला देश है जिसने अपने आप को कोरोनामुक्त कर लिया है। अगर न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया इस टूर्नामेंट के लिए हाथ मिला लें तो कुछ हो सकता है।"

ऐसी चर्चाएं हैं कि बीसीसीआई आईपीएल के 13वें सीजन को टी-20 वर्ल्ड कप विंडो में कराने के बारे में विचार कर रही है जो अभी इस समय कोविड-19 के कारण अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित है।

पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो इससे गलत संदेश जाएगा।

उन्होंने साथ ही कहा कि आईसीसी को अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट को प्राथमिकता देनी चाहिए।

उन्होंने कहा, "ऐसी चर्चाएं हो रही हैं कि टी-20 वर्ल्ड कप, आईपीएल व भारत-ऑस्ट्रेलिया दौरे से टकरा सकता है क्योंकि अगर यह स्थगित हुए तो आर्थिक तौर पर काफी नुकसान होगा।"

उन्होंने कहा, "भारतीय बोर्ड हमेशा से मजबूत रहा है और आईसीसी पर उनकी अच्छी खासी पकड़ है।"

दाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज ने कहा, "अगर ऑस्ट्रेलिया कहता है कि वह वर्ल्ड कप नहीं कर सकते तो इसको समझा जा सकता है लेकिन इसी समय में अगर कोई और बड़ा टूर्नामेंट होगा तो सवाल पूछे जाएंगे। ऐसे संदेश नहीं दिए जाने चाहिए कि अंतर्राष्ट्रीय संस्था होने के बावजूद वे घरेलू प्रतियोगिताओं को प्राथमिकता दे रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो युवा खिलाड़ी, अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी निजी लीगों की तरफ ही ध्यान देने लगेंगे।"
 

Advertisement

Advertisement