इंग्लैंड की धरती पर 1983 का वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारतीय टीम को 4 साल बाद अपनी ही धरती पर ट्रॉफी को डिफेंड करने का मौका मिला। ये क्रिकेट इतिहास का चौथा क्रिकेट वर्ल्ड कप था। ये टूर्नामेंट साल 1987 में 8 अक्टूबर से 8 नवंबर तक भारत और पाकिस्तान में आयोजित किया गया था। ये इंग्लैंड के बाहर आयोजित होने वाला पहला ऐसा टूर्नामेंट था। इस वर्ल्ड कप से ही एक टीम द्वारा खेले जाने वाले ओवरों की संख्या 60 से घटाकर 50 कर दी गई थी।
फॉर्मैट
हर बार की तरह इस बार भी चार-चार टीमों के दो ग्रुप थे। प्रत्येक टीम दो बार एक-दूसरे से खेलती थी। प्रत्येक ग्रुप से टॉप दो टीमें सेमीफाइनल में पहुंची जिसके बाद दो विजेता टीमें फाइनल में एक दूसरे के सामने पहुंची। सभी मैच दिन के समय खेले गए और टूर्नामेंट के इतिहास में आखिरी बार टीमें पारंपरिक सफेद कपड़ों में दिखाई दीं और पारंपरिक लाल गेंद का उपयोग किया गया।