अपने पहले गोवा दौरे का आनंद ले रही हूं : अंजुम मुद्गिल
National Games: पणजी, 5 नवंबर (आईएएनएस) विश्व चैंपियनशिप में दो बार रजत पदक जीतने वाली महिला निशानेबाज अंजुम मुद्गिल ने अपनी लय जारी रखते हुए गोवा में चल रहे 37वें राष्ट्रीय खेलों में शनिवार को महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3पी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत लिया। स्वर्ण पर निशाना साधने के कुछ घंटों बाद ही मुद्गिल ने गोवा में समुद्र के किनारे घूमना पसंद किया।
National Games:
पणजी, 5 नवंबर (आईएएनएस) विश्व चैंपियनशिप में दो बार रजत पदक जीतने वाली महिला निशानेबाज अंजुम मुद्गिल ने अपनी लय जारी रखते हुए गोवा में चल रहे 37वें राष्ट्रीय खेलों में शनिवार को महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3पी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत लिया। स्वर्ण पर निशाना साधने के कुछ घंटों बाद ही मुद्गिल ने गोवा में समुद्र के किनारे घूमना पसंद किया।
पंजाब की इस निशानेबाज ने अपने राज्य की समरा के 458.2 स्कोर के मुकाबले 458.9 के कुल स्कोर के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। मध्य प्रदेश की आशी चौकसे ने कुल 445.5 अंक के साथ कांस्य पदक जीता।
अंजुम ने कहा, '' मैं पहली बार गोवा आई थी और मैं यहां के माहौल का आनंद ले रही हूं। दिन की शुरुआत में स्वर्ण पदक जीतना अच्छा लगा, और कल चंडीगढ़ वापस रवाना होने से पहले मैं यहां की कुछ प्रसिद्ध जगहों का आनंद लेना चाहती हूं।''
पहली बार गोवा में मुकाबला करने के बाद अंजुम ने कहा कि वह यहां की स्थितियों और बुनियादी ढांचे से बहुत खुश हैं। 37वें राष्ट्रीय खेलों की शूटिंग प्रतियोगिताएं राजधानी पणजी से लगभग 40 किलोमीटर दूर मंड्रेम शूटिंग रेंज में आयोजित की जा रही हैं।
उन्होंने कहा, '' मैं पहली बार यहां पर खेलने आई हूं। यहां की सुविधाएं काफी अच्छी है और सभी निशानेबाज यहां मिलने वाली सुविधाओं से काफी खुश है।''
राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद, 29 वर्षीय मुद्गिल दिवाली की छुट्टियों के लिए वापस चंडीगढ़ जाएंगी। लेकिन उनके पास आराम करने के लिए ज्यादा समय नहीं होगा क्योंकि उन्हें 24 नवंबर से डॉ.कर्णीसिंह शूटिंग रेंज में शुरू होने वाली राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप की तैयारी करनी है।
उन्होंने कहा, '' अगला लक्ष्य सीनियर नेशनल में अच्छा प्रदर्शन करना और राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीत की लय को जारी रखना है। दिवाली के लिए कुछ दिनों की छुट्टी होगी लेकिन राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए तैयारी जारी रखनी होगी।''
चंडीगढ़ में जन्मी निशानेबाज, 2024 पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल करने से मामूली अंतर से चूक गई थी। उन्हें उम्मीद है कि वह अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक से पहले चयन ट्रायल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके पेरिस के लिए उड़ाई भरेंगी।
भारत के लिए, 15 वर्षीय तिलोत्तमा सेन और मेहुली घोष ने पहले ही महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए कोटा जीत लिया है, जबकि ओडिशा की श्रीयंका सडांगी और सिफ्त कौर समरा ने 50 मीटर महिलाओं की राइफल 3पी स्पर्धा में कोटा बुक कर लिया है।
चूंकि राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों के पास ओलंपिक खेलों में अपने संबंधित देशों के प्रतिनिधित्व के लिए विशेष अधिकार हैं, इसलिए खेलों में एथलीटों की भागीदारी पेरिस में अपने प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व करने के लिए उन्हें चुनने वाली एनओसी पर निर्भर करती है।
उन्होंने कहा, '' मैं पेरिस क्वालीफिकेशन में 0.1 के अंतर से चूक गई। कोटा पहले ही जीत लिया गया है, इसलिए लक्ष्य यह है कि मैं खेलों के लिए चयन ट्रायल से पहले जिन भी टूर्नामेंटों में भाग लूं उनमें अपना बेस्ट दूं।''