खेल के प्रति जुनूनी बच्चे के रूप में दुर्गा सिंह बिहार के गोपालगंज जिले के अपने सुदूर गांव बेलवा ठकुराई में खेतों के आसपास खुले स्थानों में दौड़ती थीं। कम खेल पृष्ठभूमि वाले क्षेत्र में दुर्गा के पिता शंभू शरण सिंह, एक गेहूं किसान व एकमात्र व्यक्ति थे जिन्होंने उन्हें खेल में अपना करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 4 मिनट 29.22 सेकंड के समय के साथ 1500 मीटर में खेलों के रिकॉर्ड को तोड़ने के बाद उत्साहित दुर्गा ने कहा, "मैंने बहुत सारी चुनौतियों का सामना किया है। मेरे पिता के अलावा मेरे परिवार में खेल के प्रति कोई उत्सुकता नहीं थी। मेरे पिता हमेशा मुझे कहते थे, 'तुम जहां जाना चाहो जाओ, जो करना चाहो करो।' केवल उन्होंने मेरा समर्थन किया, इसीलिए मैं यहां हूं।"
दसवीं कक्षा की छात्र ने पिछले साल कोयंबटूर में 38वीं जूनियर नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 4 मिनट 38.29 सेकेंड का समय लेकर 1500 मीटर में स्वर्ण पदक जीता था।