पुराने तेवर के साथ ही एक दूसरे के सामने होंगे भारत और ऑस्ट्रेलिया
नई दिल्ली, 08 (हि.स.) । भारत और ऑस्ट्रेलिया कल से यहां शुरू हो रहे पहले क्रिकेट टेस्ट में पुराने तेवर के साथ ही एक दूसरे के सामने होंगे। पिछली बार 2011–12 में धोनी की कप्तानी में भारत को यहां 4–0 से पराजय झेलनी पड़ी थी।इस बार भारतीय टीम का इरादा बदला चुकता करने का होगा। यहां पहुंचने के दो सप्ताह बाद आखिर भारतीय टीम विराट कोहली की अगुवाई में कल से पहला टेस्ट खेलेगी। महेंद्र सिंह धोनी अभी तक दाहिने अंगूठे में हेयरलाइन फ्रेक्चर से उबर नहीं सके हैं। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क को मैच के लिये फिट घोषित कर दिया गया है जबकि भारतीय मध्यम तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का खेलना अभी तय नहीं है।
कल जब मैच शुरू होगा तो खिलाड़ियों के जेहन में यह ख्याल नहीं होगा। दोनों टीमें मैदान पर उतरेंगी तो जज्बात का तूफान उमड़ रहा होगा। एडीलेड ह्यूज का दूसरा घर था और मैच शुरू होने से पहले उसे श्रृद्धांजलि दी जायेगी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और साउथ ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन ने उसे श्रृद्धांजलि देने के लिये कई योजनायें बनाई है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिये पिछले दो सप्ताह काफी कठिन रहे। ह्यूज की मौत ने पूरे देश को गमगीन कर दिया और खिलाड़ियों के लिये क्रिकेट हाशिये पर चला गया। श्रृंखला के कार्यक्रम में बदलाव किया गया जिससे बीसीसीआई ने भी मंजूरी दे दी।
दुख के इस दौर में कप्तान क्लार्क उनकी ताकत बने रहे। भारतीय टीम जब यहां पहुंची तब क्लार्क की फिटनेस और पहले टेस्ट के लिये चयन को लेकर विवाद जारी था। ह्यूज के घायल होने के बाद से जिस तरह उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट समुदाय को संभाला, उससे कोई शक नहीं रह गया कि वह पहला टेस्ट खेलेंगे। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने समय समय पर जाहिर किया कि उनके लिये पहले टेस्ट की तैयारी करना कितना मुश्किल था। ह्यूज के बाउंसर लगने से मैदान पर गिरने की घटना के बाद पहली बार उनके लिये बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा। तीन दिन के अभ्यास सत्र के बाद खिलाड़ी अब सामान्य हो रहे हैं और उन्होंने आक्रामक खेल दिखाने का वादा किया है। भारतीय टीम के लिये यह लंबा दौरा हो गया है चूंकि टीम दो सप्ताह से पहले टेस्ट का इंतजार कर रही है।
भारत ने शुरूआत अभ्यास मैच से की। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के गम से उबरने का इंतजार करती रही। कुछ और अभ्यास के बाद एडीलेड में दूसरा अभ्यास मैच खेला। भारतीय टीम ने अपने जज्बात जाहिर नहीं होने दिये और अभ्यास पर फोकस किया। पिछले कुछ समय में टेस्ट क्रिकेट में भारत का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। टीम फिलहाल आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में छठे स्थान पर है। भारत ने 2013 में वेस्टइंडीज को अपनी धरती पर हराया। उसके बाद दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड से हारे और फिर इंग्लैंड ने उसे 3–1 से हराया। युवा भारतीय टीम विदेश दौरे पर अच्छे प्रदर्शन का शउर सीख रही है। दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड में हालात उसके लिये नये थे चूंकि कुछ ही खिलाड़ी पहले वहां खेल चुके थे। ऑस्ट्रेलिया दौरा भी अलग होगा। मौजूदा टीम में से धोनी, कोहली, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, ईशांत शर्मा, आर अश्विन और उमेश यादव ही 2011 में यहां खेले हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/गोविन्द