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नीरज चोपड़ा से गोल्ड छीनने वाला एंडरसन, बनना चाहता था फास्ट बॉलर

वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में नीरज चोपड़ा को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा लेकिन जिस खिलाड़ी ने उनसे गोल्ड छीना उसकी कहानी बड़ी दिलचस्प है।

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Cricket Image for नीरज चोपड़ा से गोल्ड छीनने वाला एंडरसन, बनना चाहता था फास्ट बॉलर
Cricket Image for नीरज चोपड़ा से गोल्ड छीनने वाला एंडरसन, बनना चाहता था फास्ट बॉलर (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Jul 24, 2022 • 03:54 PM

वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के जैवलिन थ्रो फाइनल में नीरज चोपड़ा गोल्ड जीतने से चूक गए और उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा। हालांकि, भारतीय फैंस के लिए ये सिल्वर भी किसी गोल्ड से कम नहीं है और पूरे भारत में नीरज के सिल्वर मेडल जीतने पर जमकर जश्न मनाया जा रहा है। लेकिन यहां पर ये जानना भी जरूरी हो जाता है कि नीरज से जिस खिलाड़ी ने गोल्ड मेडल छीना आखिरकार वो है कौन?

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
July 24, 2022 • 03:54 PM

नीरज और करोड़ों हिंदुस्तानियों का दिल तोड़ने वाला और कोई नहीं ग्रेनेडा का एंडरसन पीटर्स है जिसने 3 बार भाला 90 मीटर से ऊपर फेंककर ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा के गोल्ड जीतने के सपने को तोड़ दिया। हालांकि, भारतीयों के लिए गर्व की बात ये है कि नीरज वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष एथलीट हैं और वो ऐसे ही किसी चिंटू से नहीं हारे बल्कि अपने खेल के चैंपियन एंडरसन से हारे हैं।

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एंडरसन की कहानी बेहद दिलचस्प है और ये किसी को भी हैरान कर सकती है। दरअसल, भाला फेंकने से पहले एंडरसन एक तेज़ गेंदबाज़ बनना चाहते थे। एंडरसन बचपन से ही क्रिकेट के शौकीन थे लेकिन जब उन्होंने उसैन बोल्ट के वर्ल्ड रिकॉर्ड को देखा तो उनकी दिलचस्पी रेस में हो गई और वो धावक बन गए, मगर किस्मत को कुछ और मंजूर था और उन्हें चोट लग गई।

फिर जब वो इस चोट से उबरे तो वो ज्यादा तेज़ नहीं भाग सकते थे और इसलिए इस बार उन्होंने जैवलिन थ्रो को अपना बना लिया और उसके बाद जो हुआ वो इतिहास है।एंडरसन ने अपनी कहानी खुद बयां की थी और वर्ल्ड एथलेटिक्स पॉडकास्ट पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "मुझे क्रिकेट पसंद था और मैं क्रिकेट और ट्रैक एंड फील्ड दोनों में उतरता था। मैं तेज गेंदबाज था और मुझे गेंद फेंकने का आइडिया पसंद आया। मुझे लगा कि मैं इतनी तेज गेंद फेंक सकता हूं कि बल्लेबाज को नजर भी ना आए। मैं हमेशा ही 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकने का लक्ष्य रखता था।"

हालांकि, अब एंडरसन की किस्मत उन्हें क्रिकेट से दूर जैवलिन थ्रो तक ले आई है और अब वो जैवलिन के भी बादशाह बन चुके हैं। वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड से चूकने के बाद नीरज की निगाहें अब कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 पर हैं जहां उनका और एंडरसन का आमना – सामना 7 अगस्त को होगा। ऐसे में भारतीय फैंस यही दुआ करेंगे कि वो यहां पर गोल्ड जीतें और एंडरसन से अपना बदला लें।

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