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क्या मेगा ऑक्शन से पहले 8 खिलाड़ी हो सकेंगे रिटेन? BCCI कर सकता है ये बड़ा बदलाव

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और सभी 10 फ्रेंचाईजी अगले हफ्ते मेगा ऑक्शन को लेकर पॉलिसी के बारे में चर्चा करने वाले हैं। इस बीच सभी टीमें रिटेन होने वाले खिलाड़ियों की संख्या बढ़ाने की भी मांग कर रही हैं।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav April 10, 2024 • 11:49 AM
क्या मेगा ऑक्शन से पहले 8 खिलाड़ी हो सकेंगे रिटेन? BCCI कर सकता है ये बड़ा बदलाव
क्या मेगा ऑक्शन से पहले 8 खिलाड़ी हो सकेंगे रिटेन? BCCI कर सकता है ये बड़ा बदलाव (Image Source: Google)
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आईपीएल 2024 की शुरुआत से कुछ दिन पहले ये अफवाह उड़ी थी कि मेगा ऑक्शन 2022 के बाद अब कोई और मेगा ऑक्शन नहीं होगा लेकिन आईपीएल अध्यक्ष अरुण धूमल ने इन सभी अफवाहों को खारिज करते हुए ये साफ कर दिया कि आईपीएल 2025 से पहले मेगा ऑक्शन जरूर होगा और अब मेगा ऑक्शन से ही जुड़ा एक और मुद्दा गर्माया हुआ है। अगले हफ्ते बीसीसीआई और सभी फ्रेंचाईजी मालिकों के बीच इस मेगा ऑक्शन की पॉलिसी को लेकर बैठक होने वाली है जिसमें मेगा ऑक्शन से पहले खिलाड़ियों को रिटेन करने की संख्या बढ़ाने के बारे में बात हो सकती है।

बीसीसीआई ने अनौपचारिक रूप से आईपीएल फ्रेंचाइजी से संभावित रूप से रिटेन किए गए खिलाड़ियों की संख्या बढ़ाने पर सुझाव मांगे हैं। सूत्रों के मुताबिक, बोर्ड ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए सभी 10 फ्रेंचाइजी मालिकों को अगले सप्ताह अहमदाबाद में बैठक के लिए आमंत्रित किया है। बीसीसीआई के एक सूत्र के अनुसार, “लीग अपने शुरुआती चरण में है और बोर्ड इसे आगे बढ़ाने के लिए सिफारिशें मांग रहा है। खिलाड़ियों को बनाए रखना एक प्रमुख कारक है, क्योंकि अधिकांश फ्रेंचाइजी अनौपचारिक चर्चा के आधार पर नीलामी से पहले लगभग आठ खिलाड़ियों को बनाए रखने के प्रावधान का समर्थन करती हैं।"

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पिछले मेगा ऑक्शन के दौरान, एक खिलाड़ी को "राइट टू मैच" (आरटीएम) कार्ड के साथ वापस खरीदा जा सकता था, जबकि चार खिलाड़ियों को रिटेन रखा जा सकता था। इससे टीमों को कुल पांच खिलाड़ियों पर पकड़ बनाने का मौका मिलता था। जबकि अधिकतम दो विदेशी खिलाड़ी रिटेन किए जा सकते थे। सूत्रों के मुताबिक, ज्यादातर फ्रेंचाइजियों का मानना है कि टीम कॉम्बिनेशन में निरंतरता होनी चाहिए। बीसीसीआई के अधिक आकर्षक मीडिया अधिकार सौदों को देखते हुए टीमों ने संचयी वेतन सीमा को मौजूदा 90 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये करने की भी इच्छा व्यक्त की है।

बीसीसीआई सूत्र ने आगे बोलते हुए कहा, “कुछ लोगों का मानना है कि कोर टीम का बार-बार अलग होना बेतुका है। फ्रेंचाइज़ियों ने निर्धारित किया है कि कोर ग्रुप के अधिकांश लोगों को रखने के लिए जगह की आवश्यकता है। इस प्रस्ताव के साथ कुछ मुद्दे हैं। आरटीएम या विदेशी प्रतिधारण सीमा के बारे में कोई विशेष बातचीत नहीं हुई है।" 

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गौरतलब है कि पिछले मेगा ऑक्शन के बाद से, दो फ्रेंचाइजी- दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के सामने कई चुनौतियां आई थीं। सबसे ज्यादा नुकसान डीसी को हुआ है। पिछले मेगा ऑक्शन से पहले के वर्षों में, उन्होंने अपनी मज़बूत टीम बनाई थी। दिल्ली ने 2020 में फाइनल में जगह बनाकर और उस वर्ष के दोनों सीज़न में प्लेऑफ़ के लिए क्वालीफाई करके एक मजबूत कोर बनाया था।


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