बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष आई.एस. बिंद्रा ने साझा कीं डालमिया से जुड़ी स्मृतियां
नई दिल्ली, 21 सितम्बर | भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष आई. एस. बिंद्रा ने रविवार को दिवंगत हुए जगमोहन डालमिया के साथ अपनी मित्रता को स्मरण किया। रविवार को कोलकाता के एक अस्पताल में उपचार के दौरान
नई दिल्ली, 21 सितम्बर | भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष आई. एस. बिंद्रा ने रविवार को दिवंगत हुए जगमोहन डालमिया के साथ अपनी मित्रता को स्मरण किया। रविवार को कोलकाता के एक अस्पताल में उपचार के दौरान दिवंगत हुए डालमिया से हालांकि बिंद्रा की बाद में अनबन हो गई थी।
डालमिया 1983 में कोषाध्यक्ष के तौर पर पहली बार बीसीसीआई के साथ जुड़े और उसी वर्ष भारतीय टीम विश्व कप जीतने में सफल रही। उसके बाद बिंद्रा के साथ डालमिया विश्व कप की मेजबानी पहली बार इंग्लैंड से बाहर लाने में सफल रहे और 1987 का विश्व कप भारत और पाकिस्तान की सह मेजबानी में खेला गया।
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डालमिया और बिंद्रा ने साथ-साथ काम करते हुए भारतीय उपमहाद्वीप में क्रिकेट को मजबूत वित्तीय आधार तैयार किया और भारतीय क्रिकेट को विश्व में एक मजबूत ताकत के रूप में स्थापित किया।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के प्रधान सलाहकार और पंजाब क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बिंद्रा ने सोमवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा, "1984 में एन. के. पी. के नेतृत्व में हम दक्षिण एशिया के क्रिकेट प्रशंसकों के लिए विश्व कप इंग्लैंड से बाहर लाने में सफल रहे और 1987 में रिलांयस कप का बेहद सफल आयोजन किया।"
बिंद्रा ने कहा, "हम विश्व क्रिकेट में आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का दबदबा खत्म करने में सफल रहे और आईसीसी को लोकतांत्रिक और एक वास्तविक खेल प्रतिनिधि के रूप में स्थापित किया।"
बिंद्रा ने कहा कि उन्हें अच्छी तरह याद है जब डालमिया और उन्होंने राष्ट्रीय प्रसारणकर्ता दूरदर्शन से सीधे प्रसारण के अधिकार हासिल करने में अहम भूमिका निभाई। बाद में उनका यह कदम भारत में प्रसारण उद्योग के लिए बेहद फायदेमंद साबित हुआ।
पिछले वर्ष क्रिकेट को पूरी तरह अलविदा कह चुके बिंद्रा ने कहा कि 1996 में विश्व कप के सफल आयोजन के बाद भारत की स्थिति वैश्विक बाजार में काफी मजबूत हुई, जो सिर्फ डालमिया की 'जुनून, ऊर्जा और प्रतिबद्धता' से संभव हो सका।
बिंद्रा ने कहा, "वह बेहद कुशल खेल प्रशासक थे और लाखों क्रिकेट प्रेमियों के साथ मैं उनकी कटिबद्धता और खेल के प्रति समर्पण के लिए उन्हें सलाम करता हूं।"
(आईएएनएस)