संजू सैमसन ने एक और शतक ठोककर रचा इतिहास, अनोखा रिकॉर्ड बनाने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बने
भारतीय टीम के ओपनिंग बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson( ने शुक्रवार (15 नवंबर) को जोहान्सबर्ग में चौथे और आखिरी टी-20 इंटरनेशनल में शतक जड़कर अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। सैमसन ने 56 गेंदों में नाबाद 109 रन की पारी...
भारतीय टीम के ओपनिंग बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson( ने शुक्रवार (15 नवंबर) को जोहान्सबर्ग में चौथे और आखिरी टी-20 इंटरनेशनल में शतक जड़कर अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। सैमसन ने 56 गेंदों में नाबाद 109 रन की पारी खेली,जिसमें 6 चौके और 9 छक्के जड़े। इसके साथ ही उनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।
ऐसा करने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर
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सैमसन दुनिया के पहले क्रिकेटर बन गए हैं, जिन्होंने एक साल में तीन टी-20 इंटरनेशनल शतक लगाए हैं। बता दें कि इस सीरीज के पहले मैच में उन्होंने 50 गेंदों में 107 रन की पारी खेली थी। इस सीरीज से पहले बांग्लादेश के खिलाफ 47 गेंदों में 111 रन बनाए थे। उनके ये तीन शतक पिछली पांच पारियों में ही आए हैं।
Sanju Samson becomes the FIRST EVER man with 3 T20I centuries in a year.
— Kausthub Gudipati (@kaustats) November 15, 2024
Remarkably, ALL of them came within 5 innings pic.twitter.com/Ag9kXSOfH5
इस मामले में बने नंबर 1
बतौर भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज टी-20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा बार 50 या उससे ज्यादा रन की पारी खेलने के मामले में सैमसन पहले नंबर पर पहुंच गए हैं। उनका इस रोल में यह चौथा पचास प्लस स्कोर हैं। सैमसन ने केएल राहुल औऱ ईशान किशन को पीछे छोड़ा है, जिनके नाम 3-3 पचास प्लस स्कोर दर्ज हैं।
Sanju Samson now Holds the Record of Most 50+ Score by Indian WK in T20I format
— (@Shebas_10dulkar) November 15, 2024
4 - Sanju Samson*
3 - KL Rahul
3 - Ishan Kishan
2 - MS Dhoni
2 - Rishabh Pant#INDvSA pic.twitter.com/8hPjJeChAc
भारत के लिए बनाया खास रिकॉर्ड
भारत के लिए टी-20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा शतक जड़ने के मामले में सैमसन तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। उनके इस फॉर्मेट में अब कुल तीन शतक हो गए हैं। पांच शतक के साथ रोहित शर्मा पहले और चार शतक के साथ सूर्यकुमार यादव दूसरे नंबर पर हैं।
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बता दें कि पिछले दो मैचों में सैमसन का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। वह लगातार दो पारियों में पहले ही ओवर में बिना खाता खोले पवेलियन लौटे थे।