ये हैं वो 4 इंडियन खिलाड़ी, जो कभी नहीं खेले वर्ल्ड कप का मैच
आज हम आपको उन पांच भारतीय क्रिकेटर्स के बारे में बता रहे हैं जो टीम इंडिया के लिए कभी वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाए।
हर भारतीय क्रिकेटर का सपना होता है कि वो अपने देश के लिए वर्ल्ड कप खेले लेकिन कई खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं जिन्हें अपने देश के लिए तो खेलने का मौका मिल जाता है लेकिन वर्ल्ड कप में खेलना उनके लिए सपना ही रह जाता है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम उन 4 खिलाड़ियों की बात करेंगे जो कभी भी भारत के लिए वर्ल्ड कप में मैच नहीं खेल पाए।
1. इशांत शर्मा
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भारत के लिए 100 से ज्यादा टेस्ट मैच खेलने वाले इशांत शर्मा ने जब भारत के लिए अपने करियर की शुरुआत की थी तो उन्हें वनडे क्रिकेट का भविष्य माना जा रहा था लेकिन वनडे क्रिकेट में उनकी रन लुटाने की आदत और अलग-अलग समय पर चोटों के चलते इशांत शर्मा को कभी भी वर्ल्ड कप खेलने का मौका नहीं मिला। हालांकि, 2015 वर्ल्ड कप में उनकी सेलेक्शन पक्की मानी जा रही थी लेकिन अंतिम समय पर उन्हें चोट लग गई और उनका पत्ता कट गया।
2. अंबाती रायडू
2019 वनडे वर्ल्ड कप में अंबाती रायडू का सेलेक्शन ना होना काफी चर्चा का विषय रहा था। उनसे आगे विजय शंकर को मौका दिया गया जिसको लेकर काफी बवाल कटा। 2019 वर्ल्ड कप में नजर अंदाज़ किए जाने के बाद अंबाती रायडू के लिए भारतीय टीम के दरवाजे बंद हो गए और उनका टैलेंट धरा का धरा रह गया। अगर वनडे क्रिकेट में उनकी औसत की बात करें तो वो 47 की है जो कि वनडे क्रिकेट में शानदार मानी जाती है लेकिन इसके बावजूद उन्हें इतने मौके नहीं दिए गए नतीज़ा वो भारत के लिए 50 वनडे पारियां तो खेले लेकिन वर्ल्ड कप नहीं खेल पाए।
3. पार्थिव पटेल
जब पार्थिव पटेल ने टीम इंडिया में एक विकेटकीपर के रूप में एंट्री की तो उनके कॉम्पिटिशन में दिनेश कार्तिक और एमएस धोनी नहीं थे। एक समय पार्थिव को भारत का बेस्ट विकेटटीपर बल्लेबाज़ भी कहा जा रहा था लेकिन पटेल को उतने मौके नहीं मिले जितने उन्हें मिलने चाहिए थे। उन्होंने 2002 में पदार्पण किया और 2003 विश्व कप के लिए चुने गए, लेकिन जब राहुल द्रविड़ को अचानक विकेटकीपर नियुक्त किया गया, तो उनके लिए चीजें बदल गईं।
2003 के बाद से उन्हें कभी भी उचित मौका नहीं दिया गया। एमएस धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रवेश होते ही पार्थिव के लिए भारतीय टीम का दरवाजा बंद हो गया। पार्थिव ने 38 वनडे मैच खेले और कुल 736 रन बनाए, जिसमें 95 रन का उनका उच्च स्कोर था। पार्थिव को भी आप बदकिस्मत कह सकते हैं कि उन्हें भी वर्ल्ड कप में खेलने का मौका नहीं मिला।
4. वीवीएस लक्ष्मण
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वीवीएस लक्ष्मण ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में जो किया वो बहुत कम भारतीय क्रिकेटर कर पाए हैं लेकिन जब बात वनडे क्रिकेट आती है तो वो खुद को साबित करने में नाकाम रहे। उन्होंने 86 वनडे मैच खेले, लेकिन उन्हें कभी भी लय नहीं मिली। खबरों की मानें तो उन्हें 2003 विश्व कप टीम में शामिल किए जाने की गारंटी दी गई थी, लेकिन मोंगिया ने उनसे पहले बाज़ी मार ली और लक्ष्मण का नाम भी उन खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गया जो कभी वर्ल्ड कप नहीं खेल पाए।