भारतीय क्रिकेट को न्याय मिल गया : ललित मोदी
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित न्यायमूर्ति आर. एम.
मुंबई, 14 जुलाई - | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित न्यायमूर्ति आर. एम. लोढ़ा समिति के चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को निलंबित करने के फैसले का स्वागत किया है। ललित मोदी ने आईपीएल-6 के स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले में लोढ़ा समिति द्वारा मंगलवार को सुनाई गई सजा को ईमानदार निर्णय और भारतीय क्रिकेट के लिए न्याय की संज्ञा दी।
मोदी ने ट्वीट किया, "न्याया और ईमानदारी के लिहाज से महान निर्णय। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहला ईमानदार फैसला आया है, जो बीसीसीआई के बाहर से आया है। लोढ़ा समिति की रिपोर्ट अभी पहला कदम है। अभी यह समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि इसे शुरुआत की तरह लेना चाहिए।"
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गौरतलब है कि लोढ़ा समिति ने मंगलवार को आईपीएल सट्टेबाजी एवं स्पॉट फिक्सिंग मामले में सजा सुनाते हुए दोनों टीमों को दो-दो वर्ष के लिए निलंबित कर दिया। इसके अलावा सुपर किंग्स के पूर्व टीम अधिकारी गुरुनाथ मयप्पन और रॉयल्स के सह मालिक राज कुंद्रा पर बीसीसीआई से जुड़ी क्रिकेट गतिविधियों में शामिल होने से आजीवन प्रतिबंध लगा दिया।
इसके अलावा दोनों दोषियों को किसी भी तरह की क्रिकेट गतिविधि से अधिकतम पांच वर्ष के लिए अलग से प्रतिबंधित किया गया है।
मोदी ने हालांकि टीमों को निलंबित करने को मामूली सजा बताते हुए कहा कि उन्हें हमेशा के लिए प्रतिबंधित कर देना चाहिए।
मयप्पन के श्वसुर तथा बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एवं सुपर किंग्स के स्वामित्व वाली कंपनी इंडिया सीमेंट्स के मालिक एन. श्रीनिवासन ने कहा, "इस मुद्दे पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मेरा सुपर किंग्स से कोई संबंध नहीं है। इसका मुझसे कोई लेना-देना नहीं है। मैं इस्तीफा क्यों दूं।"
श्रीनिवासन की टिप्पणी पर मोदी ने ट्वीट किया, "श्रीनिवासन की पहली प्रतिक्रिया हास्यास्पद रही। सुपर किंग्स का मुझसे कोई संबंध नहीं है, क्या वह हम सभी को सच में मूर्ख समझते हैं।"
(आईएएनएस)