वर्ल्ड कप के इतिहास में इन खिलाड़ियों ने बनाए पहले रिकॉर्ड
क्रिकेट वर्ल्ड कप का पहला संस्करण 1975 में इंग्लैंड में खेला गया था। उसके बाद से लगभग 10 बार वर्ल्ड कप का आयोजन हो चुका है । हर वर्ल्ड कप
क्रिकेट वर्ल्ड कप का पहला संस्करण 1975 में इंग्लैंड में खेला गया था। उसके बाद से लगभग 10 बार वर्ल्ड कप का आयोजन हो चुका है । हर वर्ल्ड कप में कई नए रिकॉर्ड बनते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा उसी खिलाड़ी के रिकॉर्ड को तवज्जो दी जाती है जिसने वह कारनामा पहली बार किया होता है। आइए 1975 से लेकर 2011 वर्ल्ड कप तक किस-किस खिलाड़ी ने कौन-कौन सा खास रिकॉर्ड बनाया है
पहला वर्ल्ड कप 1975 में इंग्लैंड में आयोजित किया गया था जिसमें टेस्ट क्रिकेट में खेलने वाली 6 टीमों ने हिस्सा लिया था. जिसमें भारत ,पाकिस्तान, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड की टीम मौजूद थी तो वहीं ईस्ट अफ्रीका और श्रीलंका की टीम को भी क्रिकेट इतिहास में होने वाले पहले वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिला था।
Trending
वैसे तो वर्ल्ड कप के पहले मैच के तौर पर कोई भी मैच को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया था क्योंकि 7 जून 1975 को वर्ल्ड कप का आगाज हुआ तो उस रोज अलग – अलग जगह पर एक साथ 4 मैच हुए थे।
• लॉर्डस पर भारत के खिलाफ खेलते हुए इंग्लैंड की टीम ने निर्धारित 60 ओवरों में 334 रन बनाकर वर्ल्ड कप में 300 रन बनानें वाली पहली टीम बनी तो वही वनडे क्रिकेट के इतिहास में ऐसा कारनामा करने वाली भी पहली टीम बनी थी।
• इंग्लैंड के डेनिस एमिस वनडे क्रिकेट में पहला शतक लगाने वाले बल्लेबाज के साथ – साथ वर्ल्ड कप में शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज भी बने थे। भारत के खिलाफ एमिस ने 137 रन बनाकर यह रिकॉर्ड बनाया था। तो वही भारत सुनिल गवास्कर ने तो एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जो आज तक क्रिकेट वनडे इतिहास का सबसे धीमी पारी के रूप में याद किया जाता है । गवास्कर ने 174 गेंद खेलकर केवल 36 रन बनाएं थे और अंत तक आउट नहीं हुए । वर्ल्ड कप में यह दूसरा मौका था जब किसी बल्लेबाज ने पारी की शुरूआत से अंत तक बल्लेबाजी करी थी। इसके साथ ही उसी रोज हो रहे अन्य वर्ल्ड कप मुकाबले में न्यूजीलैंड के ओपनिंग बल्लेबाज ग्लेन टर्नर ने ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ शानदार शतक लगाकर 171 रन बनाकर अंत तक आउट नहीं हुए थे जिससे टर्नर वर्ल्ड कप के इतिहास में पहले बल्लेबाज बने जो अंत तक आउट नहीं हुए और वनडे क्रिकेट में 150 से ज्यादा रन बनानें वाले पहले क्रिकेटर भी बने थे।
• ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेनिस लिली वर्ल्ड कप के इतिहास में पहली बार एक मैच में 5 या उससे अधिक विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज थे। 7 जून 1975 को ही लीड्स के मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने 34 रन देकर 5 बल्लेबाजों को आउट किया था।
• 11 जून 1975 को भारत ने जब लीड्स के मैदान पर ईस्ट अफ्रीका को 10 विकेट से हराया था। वर्ल्ड कप के साथ – साथ वनडे क्रिकेट में भी यह पहला मौका बना था जब कोई टीम ने किसी विपक्षी टीम को पूरे 10 विकेट से पटखनी दी थी।
• वेस्टइंडीज की टीम वर्ल्ड कप में 1 विकेट से मैच जीतने वाली पहली टीम बनी थी जब 11 जून 1975 को बर्मिघम में हुए मैच में पाकिस्तान के 266 रन के लक्षय को 59.4 ओवर में वेस्टइंडीज की टीम ने 9 विकेट पर 267 रन बनाकर मैच को जीत लिया था।
• पाकिस्तान के बल्लेबाज जहीर अब्बास वर्ल्ड कप के इतिहास में पहले बल्लेबाज बने थे जो नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए। जहीर अब्बास ने 14 जून 1975 को श्रीलंका के खिलाफ नॉर्टिघम में खेलते हुए 97 रन बनाकर आउट हुए थे। श्रीलंका के टोनी ओपाथा ने जहीर अब्बास को क्लीन बोल्ड करके शतक लगाने से वंचित कर दिया था।
• वेस्टइंडीज की टीम ने वर्ल्ड कप का पहला वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। 21 जून 1975 को लॉर्डस पर खेले गए फाइनल मैच में वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को 17 रन से हराकर वर्ल्ड कप जीता था। वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में वेस्टइंडीज के कप्तान क्लाइव लॉयड ने 85 गेंद पर 12 चौकों और 2 छक्कें की मदद से 102 रन की पारी खेली थी। 82 गेंद पर शतक लगाकर लॉयड ने वर्ल्ड कप में ही नहीं बल्कि वनडे क्रिकेट के इतिहास में गेंद के मामले में सबसे तेज शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे।
1979 में लगातार दूसरी बार इंग्लैंड को वर्ल्ड कप की मेजबानी सौंपी गई
• कनाडा की टीम ने अपना पर्दापण वनडे क्रिकेट में किया था। लीड्स के मैदान पर 9 जून 1979 को पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने अपना पहला मैच खेला था।
• 1979 वर्ल्ड कप में 13 जून 1979 को वेस्टइंडीज और श्रीलंका के बीच ओवल पर खेला जाने वाला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था। उस मैच के लिए रिजर्व डे भी रखा गया था पर 14,15 और 16 तारीख को मूसलाधार बारिश होती ही रही जिससे मैच को रद्द करना पड़ा। जिसके कारण यह मैच वर्ल्ड कप के इतिहास का पहला मैच बना था जो बारिश के कारण नहीं हो पाया था।
• 1979 वर्ल्ड कप में ही 13 जून को ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच नॉटिंघम में खेला गया मैच वर्ल्ड कप के इतिहास में 2 दिन में पूरा होने वाला पहला मैच था।
• मैनचेस्टर में कनाडा और इंग्लैंड के बीच खेला गया मैच भी दो दिन में खत्म हुआ था, पहले दिन बारिश की वजह से मैच नहीं हो पाने के कारण अगले दिन जब मैच शुरू हुआ तो इंग्लैंड ने कनाडा को 40.3 ओवरों में केवल 45 रन पर आउट कर दिया था। इस तरह कनाडा की टीम वर्ल्ड कप के मैच के साथ – साथ वनडे क्रिकेट के इतिहास में 50 से कम रन पर आउट होने वाली पहली टीम बनी थी। इंग्लैंड ने मैच को जीता था। वर्ल्ड कप में पहली बार ऐसा हुआ था जब पूरे मैच में 100 रन से भी कम रन बने थे।
वर्ल्ड कप का तीसरा संस्करण भी इंग्लैंड में ही आयोजित किया गया था।
• 1983 वर्ल्ड कप में कुछ बदलाव हुए और सभी टीमों को लीग राउंड में विरोधी टीम के खिलाफ 1 के बजाय 2 मैच खेलने पड़े थे।
• 9 जून 1983 को ओवल के मैदान पर इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए मैच में न्यूजीलैंड के गेंदबाज मार्टिन स्नेडन ने 12 ओवर में 105 रन दिए थे। वर्ल्ड कप में यह पहला मौका था जब किसी गेंदबाज ने किसी मैच में 100 से अधिक रन दिए थे।
• पिछले वर्ल्ड कप के मुकाबले जहां सारे मैच उन मैदानों पर खेले गए थे जहां टेस्ट मैच खेले जाते थे। 1983 के वर्ल्ड में इस प्रथा को तोड़ते हुए 9 जून 1983 को पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच के मैच को स्वानसी में खेला गया था जो एक गैर टेस्ट केंद्र था।
• वर्ल्ड कप 1983 में नई टीम जिम्बाब्वें ने अपना पहला वर्ल्ड कप टूर्नामेंट खेला था । 9 जून 1983 को नॉटिंघम में ऑस्ट्रेलिया के साथ खेलते हुए उसने अपने पहले ही वर्ल्ड कप औऱ वन डे मैच में 13 रनों से ऑस्ट्रेलिया को पराजित कर इतिहास लिख दिया था। ऐसा कारनामा वर्ल्ड क्रिकेट में पहली बार हुआ था जब कोई एसोसियट टीम ने वर्ल्ड कप में अपना पहला मैच खेलकर जीत हासिल की थी। इस मैच में जिम्बाब्वे के कप्तान डंकन फ्लेचर ने नाबाद 69 रनों की पारी सहित ऑस्ट्रेलिया के 4 बल्लेबाजों को आउट किया था। वर्ल्ड कप में ऐसा करने वाले वह पहले क्रिकेटर थे। डंकन का यह कारनामा वनडे क्रिकेट में भी पहली बार हुआ था।
• भारत के विकेटकीपर सैय्यद किरमानी ने 1983 वर्ल्ड कप में 11 जून 1983 को जिम्बाब्वे के खिलाफ शानदार विकेटकीपरिंग करते हुए 5 खिलाड़ियों को विकेट के पीछे कैच लपककर क्रिकेट वर्ल्ड कप में नया रिकॉर्ड मुक्कम्मल किया था । ऐसा करने वाले किरमानी पहले क्रिकेटर बने ।
• भारत के बेहतरीन ऑलराउंडर कपिल देव ने 1983 वर्ल्ड कप में 18 जून को जिम्बाब्वे के खिलाफ ट्रैंटब्रिज वेल्स में 175 रन बनाकर ना सिर्फ भारत के तरफ से वनडे क्रिकेट में पहला शतक बनानें वाले बल्लेबाज बने थे। यह उस समय वर्ल्ड कप का सबसे बड़ा स्कोर था।
वर्ल्ड कप का चौथा संस्करण 1987 में भारत और पाकिस्तान की मेजबानी में खेला गया ।
• इस वर्ल्ड कप में वनडे क्रिकेट निर्धारित ओवर की सीमा को 60 से कम कर 50 ओवरों का कर दिया गया था।
• 18 अक्टूबर 1987 को पाकिस्तान औऱ श्रीलंका के बीच चौथे वर्ल्ड कप का पहला मैच हैदराबाद के नियाजी स्टेडियम पर खेला गया । नियाजी स्टेडियम वो पहला स्टेडियम बना जहां इंग्लैंड के बाहर वर्ल्ड कप के मैच का आयोजन हुआ था। 50- 50 ओवर वाले वर्ल्ड कप के पहले मुकाबले का भी गवाह नियाजी स्टेडियम ही बना था।
• वर्ल्ड कप 1987 में 31 अक्टूबर को नागपुर स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ चेतन शर्मा ने शानदार हैट्रिक ली थी। वह वर्ल्ड कप मे हैट्रिक लगाने वाले पहले गेंदबाज बने थे। चेतन शर्मा ने न्यूजीलैंड के 3 खिलाड़ी केन रूदरफोर्ड, इयान स्मिथ और इवेन चैटफील्ड को लगातार 3 गेंद पर बोल्ड कर यह असाधारण रिकॉर्ड बनाया था ।
• वर्ल्ड कप के इतिहास में 1000 रन बनानें वाले पहले खिलाड़ी वेस्टइंडीज के विव रिचर्ड्स थे। 1987 वर्ल्ड कप में रिचर्ड्स ने पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए इस मुकाम को हासिल किया था।
वर्ल्ड कप के पांचवें संस्करण का आयोजन 1992 में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने मिलकर किया था।
• पर्थ में 22 फरवरी 1992 को इंग्लैंड और भारत के बीच खेला गया मैच वर्ल्ड कप में डे नाईट के तौर पर खेला गया पहला मैच था।
• 23 फरवरी 1992 को न्यूजीलैंड के न्यू प्लेमाउथ में श्रीलंका और जिम्बाब्वे के बीच खेले गए मैच में पहली बार वर्ल्ड कप में दोनो टीमों ने 300 रनों से अधिक रन बनाएं थे।
• सिडनी में 26 फरवरी 1992 को साउथ अफ्रीका की टीम ने पहली बार वर्ल्ड कप टूर्नामेंट का हिस्सा बनी थी ।साउथ अफ्रीका ने अपने पहले ही वर्ल्ड कप मैच में ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से हराकर वर्ल्ड कप में शानदार आगाज किया था।
1996 में वर्ल्ड कप के पांचवें संस्करण का आयोजन भारत- पाकिस्तान और श्रीलंका ने संयुक्त रूप से किया था।
• केन्या , नीदरलैंड्स औऱ यू.ए.ई ने पहली बार 1996 वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया था। नीदरलैंड्स ने साउथ अफ्रीका के साथ अपना पहला वर्ल्ड कप मैच खेला था तो केन्या ने भारत के खिलाफ वर्ल्ड का पहला मैच खेला था। यू.ए.ई ने वर्ल्ड कप में अपना पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला था।
• 1996 वर्ल्ड कप में ऐसे घटना भी घटे थे जो वर्ल्ड कप के इतिहास में बिना मैच हुए विपक्षी टीम विजेता घोषित कर दिया था । वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका के खिलाफ श्रीलंका में खेलने से इंकार कर दिया था। जिसकी वजह से श्रीलंका की टीम को वाक ओवर मिला और वह विजेता घोषित कर दी गई थी। वर्ल्ड कप में यह पहली बार हुआ था ।
• छठे वर्ल्ड कप में पहली बार क्वार्टर फाइनल के प्रावधान को अपनाया गया था।
• 9 मार्च 1996 को कोलकाता में भारत और श्रीलंका के बीच हुआ सेमीफाइनल मैच को दर्शकों के हंगामें के कारण पूरा नहीं हो पाया था औऱ श्रीलंका की टीम को विजेता घोषित कर दिया गया । वर्ल्ड कप के इतिहास में यह पहला अवसर था जब कोई मैच दर्शकों के बेहद ही खराब व्यवहार के कारण रोक दिया गया और किसी टीम को विजेता घोषित किया गया था।
• 1996 वर्ल्ड कप के फाइनल में जब श्रीलंका की टीम ने 17 मार्च 1996 को लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से हराकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनी थी तो वहीं वर्ल्ड कप के इतिहास में पहली बार हुआ था जब कोई टीम वर्ल्ड कप का फाइनल मैच बाद में बल्लेबाजी करके जीता हो इसके साथ – साथ वर्ल्ड कप वहीं टीम जीती थी जो मेजबान टीम या सह – मेजबान टीम थी ।
1999 वर्ल्ड कप की मेजबानी का मौका फिर इंग्लैंड को मिला। यह चौथी बार था जब इंग्लैंड वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा था।
• 1999 वर्ल्ड कप में पहली बार बंग्लादेश की टीम और स्कॉटलैंड की टीम ने वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया था।
• 1999 वर्ल्ड कप में ही 27 मई को वेस्टइंडीज और स्कॉटलैंड के बीच हुआ मैच ओवरों के हिसाब से सबसे छोटा मैच साबित हुआ तो वहीं यह मैच वनडे क्रिकेट के इतिहास में भी सबसे छोटा मैच बना था। लीसेस्टर में हुआ यह मैच केवल 3 घंटे में ही समाप्त हो गया था।
• 1999 वर्ल्ड का सेमीफाइनल मैच ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच 17 जून को हुआ था। वर्ल्ड कप के इतिहास में यह पहला मैच था जब कोई मैच टाई हुआ था।
• ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट वर्ल्ड कप के इतिहास में 99 रन के निजी स्कोर पर आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। 2003 के वर्ल्ड कप में सेंचुरियन के मैदान पर श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए गिलक्रिस्ट शतक बनानें से 1 रन से दूर रह गए थे।
2003 में हुए वर्ल्ड कप के आठवें संस्करण की मेजबानी का मौका संयुक्त रूप से साउथ अफ्रीका,केन्या और जिम्बाब्वे को मिला था।
• पाकिस्तान के महान गेंदबाज वसीम अकरम वर्ल्ड कप के इतिहास में 50 या उससे अधिक विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने थे । 16 फरवरी 2003 को वसीम अकरम को यह मुकाम हासिल हुआ था।
• वर्ल्ड कप में एक पारी में बल्लेबाजी करते हुए 8 या उससे अधिक छक्कें लगाने का कारनामा पहली दफा रिकी पॉन्टिंग ने किया था। भारत के खिलाप 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में पॉन्टिंग ने यह कारनामा किया है।
• 2003 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने नामिबिया को 256 रन से हराया था। वर्ल्ड कप में पहली दफा कोई टीम इतने बड़े रन के अंतर से हारी थी।
2007 में हुए वर्ल्ड कप के नौंवे संस्करण की मेजबानी का मौका वेस्टइंडीज को मिला।
• वर्ल्ड कप में 400 रन बनानें वाली पहली टीम भारत की है । 2007 वर्ल्ड कप में 19 मार्च को पोर्ट ऑफ स्पेन में बरमूडा के खिलाफ खेलते हुए भारत की टीम ने 413 रन का विशालकाय स्कोर खड़ा किया था। बरमूडा की टीम पर 257 रनों से जीत दर्ज कर वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे ज्यादा रनों के अंतर से जीतनी वाली टीम बन गई थी।
• ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट वर्ल्ड कप के दौरान 50 खिलाड़ियों का शिकार करने वाले पहले विकेटकीपर हैं । गिलक्रिस्ट ने वर्ल्ड कप के 31 मैचों में 52 खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखाई है जिसमें 45 बार कैच तो 7 बार बल्लेबाजों को स्टंप आउट किया है।
• कप्तानी में न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग ने वर्ल्ड कप के दौरान अपने टीम के लिए सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करी है । फ्लेमिंग ने 25 मैचों से भी