VIDEO: पाकिस्तान की हार से बौखलाए मोहम्मद हफीज, अंपायरिंग को ठहराया जिम्मेदार
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में मिली हार के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम के डायरेक्टर और कोच मोहम्मद हफीज ने खराब अंपायरिंग को इस हार के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में पाकिस्तान को 79 रनों से हराकर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है और अब पाकिस्तान को क्लीन स्वीप से बचने के लिए आखिरी मैच जीतना होगा। इस मैच को जीतने के लिए पाकिस्तानी टीम को 317 रनों का लक्ष्य मिला था और एक समय तो पाकिस्तानी टीम इस मैच को जीतने के लिए फेवरिट नजर आ रही थी लेकिन मोहम्मद रिजवान के विकेट ने इस मैच का रुख पलट दिया। इस मैच में हार के बाद पाकिस्तान के निदेशक और कोच मोहम्मद हफीज मीडिया के सामने आए और खुलेआम उन्होंने अंपायरिंग को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी।
हफीज ने मेलबर्न में खराब अंपायरिंग और तकनीक को लेकर सवाल उठाए।। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी टीम मेजबान टीम से काफी बेहतर रही और टीम के लिए बहुत सारी सकारात्मक बातें भी हैं लेकिन अगर इस मैच में अंपायरिंग और तकनीक का थोड़ा साथ मिला होता तो मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था।
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हफीज ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मुझे लगता है कि ये ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर सही ढंग से ध्यान देने की जरूरत है। हमने एक टीम के रूप में कुछ गलतियां कीं। हम इसे स्वीकार करेंगे, हम उन चीजों पर ध्यान देंगे। लेकिन (साथ ही) मेरा मानना है कि, खराब अंपायरिंग और तकनीक ने वास्तव में एक परिणाम दिया जो अलग होना चाहिए था। मैं तकनीक के पक्ष में हूं लेकिन अगर ये खेल में कुछ संदेह ला रही है और कुछ अभिशाप ला रही है तो इसे किसी को भी स्वीकार्य नहीं होना चाहिए।"
Pakistan team director Mohammad Hafeez gives his take on the Test, talking about technology and his team's performance #AUSvPAK pic.twitter.com/8uHUoWhZMX
— 7Cricket (@7Cricket) December 29, 2023
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आगे बोलते हुए हफीज ने कहा, "हम क्रिकेट के इस खूबसूरत खेल को खेल की बुनियादी बातों पर खेलते हैं लेकिन कभी-कभी तकनीक कुछ ऐसे फैसले लाती है जो जाहिर तौर पर एक इंसान के रूप में हम समझ नहीं पाते हैं। गेंद के स्टंप्स में लगने पर (डीआरएस पर) हमेशा आउट माना जाता है। अंपायर कॉल क्यों है? मैं इसे कभी नहीं समझ पाया। मुझे लगता है कि आम तौर पर क्रिकेट की बेहतरी के लिए ऐसे कई क्षेत्र हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है, जहां तकनीक खेल की प्रवृत्ति को दूर कर रही है। हम ये खेल प्रशंसकों के लिए खेलते हैं लेकिन प्रशंसक कभी नहीं समझ पाएंगे कि ये तकनीक असंगत क्यों है और मैच का परिणाम अलग-अलग क्यों आता है। ये तकनीक मूल रूप से क्रिकेट के इस खूबसूरत खेल पर एक अभिशाप लगा रही है और हमें इसे संबोधित करने की आवश्यकता है।"