टी-20 में रोहित-विराट का सफर खत्म! राहुल द्रविड़ ने इशारों-इशारों में बता दिया सच
श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया है लेकिन राहुल द्रविड़ के बयान ने खलबली मचा दी है।
भारतीय क्रिकेट टीम के टी-20 वर्ल्ड कप 2022 सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद से ही ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली का टी-20 में सफर खत्म हो चुका है और जब श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टी-20 सीरीज में इन दोनों का नाम नहीं दिखा तो फैंस का शक थोड़ा-थोड़ा यकीन में बदलता दिख रहा है। हालांकि, दूसरे टी-20 के बाद हेड कोच राहुल द्रविड़ ने एक ऐसा बयान दिया है जिसने फैंस में खलबली मचा दी है।
द्रविड़ का ये बयान काफी हद तक ये इशारा कर रहा है कि टी-20 फॉर्मैट में रोहित शर्मा और विराट कोहली का सफर खत्म हो चुका है। वहीं, द्रविड़ ने ये भी संकेत दिया है कि आगे आने वाले 2024 टी-20 वर्ल्ड कप के लिए एक युवा टीम तैयार की जा रही है और शायद इस युवा टीम में रोहित और कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों की जगह नहीं बनती है।
Trending
द्रविड़ ने पुणे में दूसरे टी-20 में श्रीलंका से हारने के बाद कहा, "हमारे लिए, पिछले सेमीफाइनल (टी 20 विश्व कप 2022 में) से जो हमने इंग्लैंड के खिलाफ खेला था, केवल 3-4 लड़के ही प्लेइंग इलेवन (श्रीलंका के खिलाफ) में खेल रहे हैं। हम फिलहाल टी-20 फॉर्मैट के अगले चरण को एक अलग नजरिए से देख रहे हैं। इसलिए हमारी टीम थोड़ी युवा है और हमारे लिए श्रीलंका की गुणवत्ता के खिलाफ खेलना एक शानदार अनुभव है। अच्छी बात ये है कि वनडे विश्व कप और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप पर बहुत अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इसलिए टी-20 हमें इन लोगों को आजमाने का मौका दे रहा है।"
Also Read: SA20, 2023 - Squads & Schedule
द्रविड़ के इस बयान से ये संकेत मिल रहा है कि 2024 टी-20 वर्ल्ड कप तक एक युवा टीम इंडिया तैयार की जा रही है और शायद विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ी अब इस फॉर्मैट में खेलते हुए नहीं दिखेंगे। आगे इस मैच में वाइड और नो बॉल्स पर बोलते हुए द्रविड़ ने कहा, "कोई भी वाइड या नो-बॉल नहीं फेंकना चाहता, इस प्रारूप में ये आपको बुरी तरह चोट पहुंचा सकता है। हमें इन युवा खिलाड़ियों के साथ धैर्य रखना होगा। बहुत सारे युवा खिलाड़ी खेल रहे हैं, खासकर गेंदबाजी में और उनके पास अक्सर इस तरह के मौके आएंगे। हमें ये समझने की जरूरत है। हम तकनीकी रूप से उनकी मदद करने की कोशिश करते हैं, हम उनका समर्थन करते हैं और सही माहौल बनाते हैं। वो बहुत कुशल हैं, वो सीख रहे हैं।"