वनडे और टी20 में स्टॉप क्लॉक नियम को मिली मंजूरी: रिपोर्ट
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) एक सफल परीक्षण अवधि के बाद स्टॉप क्लॉक नियम को स्थायी रूप से लागू करने के लिए तैयार है। इस नियम का मकसद ओवरों के बीच में होने वाली समय की बर्बादी को रोकना है ताकि
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) एक सफल परीक्षण अवधि के बाद स्टॉप क्लॉक नियम को स्थायी रूप से लागू करने के लिए तैयार है। इस नियम का मकसद ओवरों के बीच में होने वाली समय की बर्बादी को रोकना है ताकि समय पर मैच खत्म किया जा सके।
क्रिकबज के अनुसार, जो नियम शुरू में दिसंबर 2023 में ट्रॉयल के आधार पर पेश किया गया था। उसे अब टी20 अंतर्राष्ट्रीय और वनडे अंतर्राष्ट्रीय सहित सभी सफेद गेंद वाले क्रिकेट में लागू करने के लिए मंजूरी दे दी गई है।
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स्टॉप क्लॉक नियम का लक्ष्य मैच के दौरान समय की बर्बादी को कम करना है।
इस नियम के मुताबिक फील्डिंग टीम को एक ओवर खत्म होने के बाद अगला ओवर 60 सेकेंड यानी एक मिनट के अंदर शुरू करना होता है।
ओवर खत्म होते ही स्टॉप वॉच ऑन हो जाएगी और फिर 60 सेकेंड के अंदर टीम को अगला ओवर शुरू करना होगा। अगर फील्डिंग टीम इस नियम का पालन नहीं कर पाती हैं, तो उन पर पेनल्टी का भी नियम है।
इस गलती के कारण फील्डिंग टीमों को पांच रन का जुर्माना लग सकता है। हालांकि, इससे पहले उन्हें दो बार चेतावनी मिलेगी। सभी आईसीसी वाइट बॉल फॉर्मेट के लिए नियम को लागू किया जाएगा।
स्टॉप क्लॉक नियम को मंजूरी दुबई में आईसीसी की चल रही बैठकों के दौरान मिली, जिससे भविष्य के टूर्नामेंटों में इसके इस्तेमाल को लेकर चर्चा हो रही है। हालांकि, चैंपियंस ट्रॉफी के संबंध में चर्चा नहीं हुई।
पाकिस्तान को मेजबान देश के रूप में नामित किए जाने के साथ भारत के देश का दौरा करने से इनकार करने की अटकलें लगाई जा रही हैं, जो पिछले साल के एशिया कप प्रारूप में बदलाव की याद दिलाती है।