जयदेव उनादकट ने बरपाया कहकर,गुजरात को हराकर सौराष्ट्र लगातार दूसरी बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचा
राजकोट, 4 मार्च | कप्तान जयदेव उनादकट (56 रन पर सात विकेट) की घातक गेंदबाजी के दम पर सौराष्ट्र ने रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल मैच के पांचवें और अंतिम दिन बुधवार को यहां सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में गुजरात को 92
राजकोट, 4 मार्च | कप्तान जयदेव उनादकट (56 रन पर सात विकेट) की घातक गेंदबाजी के दम पर सौराष्ट्र ने रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल मैच के पांचवें और अंतिम दिन बुधवार को यहां सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में गुजरात को 92 रन से हराकर लगातार दूसरी बार फाइनल में प्रवेश कर लिया। फाइनल में सौराष्ट्र का सामना बंगाल से होगा। बंगाल ने ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेले गए एक दूसरे सेमीफाइनल मैच में कर्नाटक को 174 रनों से हरा कर फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल नौ मार्च से खेला जाएगा।
सौराष्ट्र की टीम पिछले आठ सीजन में चौथी बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है। वहीं, बंगाल की टीम ने 2006-07 के बाद से पहली बार और ओवर ऑल 14वीं बार फाइनल में अपनी जगह पक्की की है।
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सौराष्ट्र ने अपनी पहली पारी में 304 रन का स्कोर बनाया और फिर गुजरात को उसकी पहली पारी में 252 रन पर ऑलआउट करके 52 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी। सौराष्ट्र ने फिर अपनी दूसरी पारी में 274 रन का स्कोर बनाया और गुजरात के सामने जीत के लिए 327 रनों का लक्ष्य रखा।
इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी गुजरात की शुरुआत काफी खराब रही और उसने 63 रन तक अपने पांच विकेट गंवा दिए थे। लेकिन इसके बाद फिर चिराग गांधी (96) और कप्तान पार्थिव पटेल (93) ने छठे विकेट के लिए 158 रनों की साझेदारी करके गुजरात को पांच विकेट पर 221 रन तक पहुंचा दिया था।
लेकिन टीम ने इसके बाद 13 रन के अंदर ही अपने बाकी के पांच विकेट गंवा दिए और वह 72.2 ओवर में 234 रन पर सिमट गई और उसे 92 रन से हार का सामना करना पड़ा।
चिराग ने 139 गेंदों पर 16 चौके जबकि कप्तान पार्थिव ने 148 गेंदों पर 13 चौके लगाए। भार्गव मेराई ने 56 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 14 रन बनाए। गुजरात के बाकी दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच सके, जोकि गुजरात की हार का सबसे बड़ा कारण बना।
सौराष्ट्र के लिए कप्तान उनादकट के सात विकेटों के अलावा धर्मेंद्रसिंह जडेजा, चिराग जानी और प्रेरक माकंड ने एक-एक विकेट लिए। उनादकट ने मैच में 10 विकेट हासिल किए। उन्होंने पहली पारी में भी तीन विकेट चटकाए थे।
28 साल के उनादकट रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में अब तक 65 विकेट हासिल कर चुके हैं, जोकि रणजी ट्रॉफी के किसी एक सीजन में किसी भी तेज गेंदबाज द्वारा लिया गया सबसे ज्यादा विकेट है।
उन्होंने इसके साथ डोडा गणेश के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। पूर्व तेज गेंदबाज डोडा ने 198-99 में के रणजी ट्रॉफी सीजन में सबसे ज्यादा 62 विकेट लिए थे।
उनादकट ने साथ ही रणजी ट्रॉफी के किसी एक सीजन में किसी भी गेंदबाज द्वारा लिया गया सबसे ज्यादा विकेट के पूर्व लेफ्ट आर्म स्पिनर बिशन सिंह बेदी के 64 रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।