याद नहीं हमने आखिरी बार कब ठीक से खाना खाया था लेकिन ये लड़ाई कहीं ज्यादा जरूरी : साक्षी मलिक (शुक्र (Image Source: IANS)
बिगुल बज चुका है, अब समय आ गया है कि महायुद्ध की तैयारी की जाए। तख्तियां लेकर कई जूनियर पहलवान-लड़कियां और लड़के- पिछले दो दिनों से अपने आइकन के समर्थन में यहां जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जैसे-जैसे दिन बढ़ता जा रहा है, लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है।
देश के शीर्ष पहलवानों और डब्ल्यूएफआई के बीच यह लड़ाई कब तक जारी रहेगी यह कोई नहीं जानता है, लेकिन प्रत्येक बीतता दिन आगामी प्रमुख प्रतियोगिताओं - विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों के लिए भारत की तैयारियों में बाधा बन रहा है।
कुश्ती पंडितों के अनुसार, इससे पहले कि यह हाथ से निकल जाए, सरकार को इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझा लेना चाहिए!