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IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे वनडे में भारत को 51 रनों से पटखनी देकर सीरीज पर किया कब्जा

ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर खेले गए दूसरे वनडे मैच में भारत को 51 रनों से हरा दिया। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली है।

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Australia win by 51 runs and take an unassailable lead of 2-0 in the three-match ODI series
Australia win by 51 runs and take an unassailable lead of 2-0 in the three-match ODI series (Image Credit: Twitter)
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Nov 29, 2020 • 05:34 PM

ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर खेले गए दूसरे वनडे मैच में भारत के खिलाफ 50 ओवरों में चार विकेट खोकर 389 रनों का विशाल स्कोर बनाया। इस लक्ष्य को पाना भारतीय टीम के लिए नामुमकिन साबित हुआ। वह 51 रनों से मैच हार गई। मेहमान टीम पूरे ओवर खेलने के बाद नौ विकेट खोकर 338 ही बना सकी। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली है।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
November 29, 2020 • 05:34 PM

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी थी। उसका शीर्ष क्रम एक बार फिर चला और शीर्ष पांच बल्लेबाजों ने 50 से ज्यादा का स्कोर किया। स्टीव स्मिथ (104) ने शतक जमाया तो, डेविड वार्नर (83), एरॉन फिंच (60), मार्नस लाबुशैन (70) और ग्लैन मैक्सवेल (नाबाद 63) ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं।

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भारतीय बल्लेबाजों ने तो फिर भी अच्छा किया, लेकिन लक्ष्य इतना विशाल था कि बल्लेबाजों की लाख कोशिश टीम को वहां तक नहीं पहुंचा सकी। कप्तान विराट कोहली (89) की जुझारू पारी के अलावा भारत के लिए लोकेश राहुल (76) ने अर्धशतक जमाया।

कप्तान ने राहुल के साथ 72 और श्रेयस अय्यर (38) के साथ 93 रनों की साझेदारी कर मैच में भारत की मुश्किल उम्मीदों को किसी तरह जिंदा रखा था। इन उम्मीदों को मोइजेज हेनरिक्स के शानदार कैच ने ध्वस्त कर दिया। जोश हेजलवुड की गेंद पर शॉर्ट मिडविकेट पर हेनरिक्स ने कोहली का शानदार कैच पकड़ा और भारत का स्कोर 225 रनों पर चार विकेट कर दिया।

शिखर धवन (30) और मयंक अग्रवाल (28) ने पहले विकेट के लिए 58 रन जोड़ टीम को सधी हुई शुरुआत दी। यह शुरुआत हालांकि लक्ष्य को देखते हुए काफी नहीं थी। हेजलवुड की गेंद पर मिशेल स्टार्क ने धवन का कैच पकड़ भारत को पहला झटका दिया। दो रन बाद ही पैट कमिंस ने मयंक को एलेक्स कैरी के हाथों कैच करा दिया।

कोहली और अय्यर ने भारतीय पारी को आगे बढ़ाया और मजबूत साझेदारी की। बल्ले से कमाल दिखाने वाले स्मिथ ने हेनरिक्स की गेंद पर अय्यर का बेहतरीन कैच लपक अपनी टीम को तीसरी सफलता दिलाई। जहां स्मिथ ने 24वें ओवर की पहली गेंद पर अय्यर का कैच पकड़ा था वहीं हेनरिक्स ने 35वें ओवर की पांचवीं गेंद पर कोहली का कैच पकड़ा एक और मजबूत साझेदारी को तोड़ दिया। कोहली ने अपनी पारी में 87 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के लगाए।

राहुल को फिर हार्दिक पांड्या का साथ मिला। दोनों ने लगभग असंभव काम को संभव करने की कोशिश की। एक समय तो लगने लगा था कि अगर यह दोनों पूरे ओवर खेलते हैं तो संभवत: भारत को जीत मिले।

एडम जाम्पा की लेग स्पिन हालांकि इसके आड़े आ गई। जाम्पा की गेंद पर बड़ा शॉट मारने गए राहुल, हेजलवुड के हाथों कैच हो गए। राहुल ने अपनी पारी में 66 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और पांच छक्के लगाए।

हार्दिक पांड्या ने 26, रवींद्र जडेजा ने 24 रनों का योगदान दिया। नवदीप सैनी 10 रन बनाकर नाबाद रहे।

इससे पहले, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने पहले मैच के फॉर्म को जारी रखा और भारतीय गेंदबाजों के चेहरे निराशा में डूबे नजर आए। पहले वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 374 रन बनाए थे जो उसका वनडे में भारत के खिलाफ सर्वोच्च स्कोर था जिसे एक दिन बाद ही उसने पार कर लिया और नया स्कोर बनाया।

वार्नर और फिंच की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 142 रनों का साझेदारी की। यह इस जोड़ी की भारत के खिलाफ लगातार दूसरी शतकीय साझेदारी है। इसी मैदान पर खेले गए पहले वनडे मैच में इन दोनों ने 156 रन जोड़े थे।

वनडे में यह लगातार तीसरा मौका है जब भारत के खिलाफ पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की हो और यह एक रिकार्ड भी है। 978 वनडे मैचों के इतिहास में पहली बार हुआ है कि भारत के खिलाफ लगातार तीन बार वनडे में पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी हुई हो।

इन दो वनडे मैचों से पहले माउंट माउनगानुई में न्यूजीलैंड की मार्टिन गुप्टिल और हेनरी निकोलस की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 106 रन जोड़े थे।

वार्नर और फिंच ने पहले मैच की तरह ही इस मैच में भी बड़ी आसानी से रन बनाए। मोहम्मद शमी ने फिंच को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। फिंच का कैच कोहली ने पकड़ा। 156 के कुल स्कोर पर वार्नर को अय्यर ने रन आउट कर दिया। फिंच ने 69 गेंदों की पारी में छह चौके और एक छक्का मारा। वार्नर ने 77 गेंदें खेलीं जिसमें से सात पर चौके और तीन पर छक्के लगाए।

इन दोनों के बाद भी भारत की मुसीबतें कम नहीं हुईं। पहले मैच के शतकवीर स्मिथ और युवा बल्लेबाज लाबुशैन ने रनगति को लगातार तेजी दी। इन दोनों बल्लेबाजों ने तीसरे विकेट के लिए 132 रनों साझेदारी निभाई। स्मिथ ने एक और शतक पूरा किया। पहले मैच की तरह इस मैच में भी शतक पूरा करने के बाद स्मिथ ज्यादा देर टिक नहीं सके।

लंबे अरसे बाद गेंदबाजी करने आए पांड्या की गेंद पर वह शमी को कैच दे बैठे। स्मिथ ने 64 गेंदों पर 104 रन बनाए। उन्होंने 14 चौके और दो छक्के मारे। स्मिथ का यह भारत के खिलाफ वनडे में लगातार तीसरा शतक है।

इससे पहले उन्होंने भारत के खिलाफ इसी साल जनवरी में बेंगलुरू में 131, पिछले मैच में 105 और इस मैच में शतक जमाया। वह चौथे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने वनडे में भारत के खिलाफ लगातार तीन शतक लगाए हों। स्मिथ से पहले पाकिस्तान के जहीर अब्बास, नासिर जमशेद और दक्षिण अफ्रीका के क्विटंन डी कॉक वनडे में भारत के खिलाफ लगातार तीन शतक जमा चुके हैं।

लाबुशैन ने स्मिथ के जाने के बाद अपने पचास रन पूरे किए और भारतीय गेंदबाजों को पिटाई जारी रखी। जसप्रीत बुमराह ने लाबुशैन को मयंक के हाथों कैच कराया। मैक्सवेल 29 गेंदों पर चार चौके और चार छक्कों की मदद से 63 रन बनाकर नाबाद लौटे।

भारत के लिए बुमराह, शमी, पांड्या ने एक-एक विकेट लिया।
 

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