50 साल पहले भारत ने अजीत वाडेकर के नेतृत्व में इंग्लैंड में कदम रखा था और अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीती थी, उस वक्त टीम में शामिल यंग गन्स-सुनील गावस्कर, गुंडाप्पा विश्वनाथ, एकनाथ सोलकर, अशोक मांकड़ और आबिद अली ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई थी। इंग्लैंड रॉय इलिंगवर्थ के नेतृत्व में एक बेहद संतुलित टीम थी जिसने ऑस्ट्रेलिया को एशेज में 2-0 से मात दी थी। भारत ऐसी इंग्लिश टीम के खिलाफ जीत का दावेदार नहीं माना जा रहा था, जिसमें जॉन स्नो जैसा तेज गेंदबाज था। इनके अलावा ज्योफ्री बॉयकॉट और जॉन एडरिच जैसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने इंग्लैंड के लिए बड़ा स्कोर किया था।
इसके बावजूद भारतीय टीम ने शुरुआत दो टेस्ट ड्रॉ कराए और ओवल में भगवत चंद्रशेखर की गुगली के दम पर जीत हासिल की। गावस्कर के साथ वाडेकर उस सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजो में शामिल थे।
उसी सीरीज की कुछ यादों को ताजा करने के लिए आईएएनएस के संपादक संदीप बामजई ने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के साथ खास बातचीत की, जो भारत-इंग्लैंड सीरीज में कमेंटेटर की भूमिका अदा कर रहे हैं।।