साउथ अफ्रीका को 337 रनों से हराकर भारत ने सीरीज पर 3- 0 से किया कब्जा
7 दिसंबर , नई दिल्ली (Cricketnmore) । फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए चौथे और सीरीज के अंतिम टेस्ट में भारत ने साउथ अफ्रीका को 337 रन से हराकर 4 टेस्ट मैचों की सीरीज को 3- 0 से जीत लिया। मैच
7 दिसंबर , नई दिल्ली (Cricketnmore)। फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए चौथे और सीरीज के अंतिम टेस्ट में भारत ने साउथ अफ्रीका को 337 रन से हराकर 4 टेस्ट मैचों की सीरीज को 3- 0 से जीत लिया। मैच के पांचवें दिन आज भारत के गेंदबाजों ने बेहतरीन खेल का नमूना पेश किया और अफ्रीका की पूरी टीम को 143 रनों पर ढ़ेर कर ऐतिहासिक जीत की नींव रखी।
आज के मैच में सबसे पहले कप्तान हाशिम अमला के मैराथन पारी का अंत जडेजा ने किया। हाशिम अमला ने 244 गेंद पर 25 रन की पारी खेली। अमला के आउट होते ही भारत के गेंदबाजों में नई जोश आ गई और इसके बाद थोड़े- थोड़े अंतराल पर साउथ अफ्रीका के विकेट गिरते रहे। एवी डिविलियर्स ने भी अपने अंदाज के उलट बेहद ही कमाल की पारी खेली। आमतौर पर डिविलियर्स के द्वारा ऐसी पारी देखने को नहीं मिलती थी। डिविलियर्स ने 297 गेंद का सामना करते हुए 43 रन की पारी खेली जो असाधारण थी। डिविलियर्स का विकेट भी अश्विन ने चटकाया। अश्विन ने दूसरी पारी में 5 अफ्रीकन बल्लेबाजों को आउट किया। भारत के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने अपनी तेज गेंदबाजी से 3 विकेट चटकाए जिससे भारत को जीत मिलने में आसानी हुई तो वहीं सर रविंद्र जडेजा ने भी अपनी स्पिन गेंदबाजी से कमाल का परफॉर्मेंस किया। जडेजा ने 2 अफ्रीकन बल्लेबाजों को पवेलियन में भेजा। साउथ अफ्रीका के तरफ से और कई भी बल्लेबाज टीक कर नहीं खेल पाया और भारत को रनों के हिसाब से टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत का दिदार हुआ। इससे पहले भारत को रनों के हिसाब से सबसे बड़ी जीत 2008 में हासिल हुई थी जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 320 रनों से हराया था।
Trending
इसके साथ भारत ने कोटला में बीते 28 साल से अपने जीत के क्रम को बरकरार रखा है। इस मैदान पर भारतीय टीम अंतिम बार 1987 में हारी है। 1993 से लेकर आज तक इस मैदान पर भारत ने कुल 11 टेस्ट खेले हैं, जिनमें से 10 में उसे जीत मिली है।
दिल्ली टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाकर रिकॉर्डों की झड़ी लगाने वाले बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को मैन ऑफ द मैच चुना गया तो वहीं अपनी घूमती हुई गेंद से अफ्रीकन बल्लेबाजों को परेशान करने वाले औऱ इस मैच में डिविलियर्स के सबसे अहम विकेट के साथ कुल 7 विकेट तथा सीरीज में कुल 31 विकेट लेने वाले रविचंद्रन अश्विन को मैन ऑफ द सीरीज के खिताब से नवाजा गया।