Advertisement

'लगता है कि मेरा पुनर्जन्म हुआ है', इंडिया कमबैक पर इमोशनल हुए वरुण चक्रवर्ती

बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी-20 मैच में वरुण चक्रवर्ती ने तीन विकेट चटकाए। इस दौरान वो अपनी वापसी को लेकर काफी इमोशनल भी दिखे और बोले कि ये उनके लिए पुनर्जन्म जैसा है।

Advertisement
'लगता है कि मेरा पुनर्जन्म हुआ है', इंडिया कमबैक पर इमोशनल हुए वरुण चक्रवर्ती
'लगता है कि मेरा पुनर्जन्म हुआ है', इंडिया कमबैक पर इमोशनल हुए वरुण चक्रवर्ती (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Oct 07, 2024 • 11:33 AM

भारतीय क्रिकेट टीम ने वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarthy) और अर्शदीप सिंह की शानदार गेंदबाजी की मदद से बांग्लादेश को तीन मैचों की टी-20 इंटरनेशनल सीरीज के पहले मैच में 7 विकेट से हरा दिया। इस मैच में मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने तीन साल बाद टीम इंडिया में वापसी करते दिखे और अपनी गेंदबाजी से सभी को अपना दीवाना बना लिया।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
October 07, 2024 • 11:33 AM

मैच के बाद चक्रवर्ती काफी इमोशनल दिखे और अपनी वापसी को "पुनर्जन्म" तक बताया। चक्रवर्ती ने इस मैच में 31 रन देकर 3 विकेट चटकाए और भारत की 7 विकेट की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चक्रवर्ती ने आखिरी बार 2021 में भारत का प्रतिनिधित्व किया था और उसके बाद अलग-अलग कारणों से वो टीम में वापसी करने में असफल रहे।

Trending

मैच के बाद वरुण चक्रवर्ती ने कहा, "तीन लंबे सालों के बाद, ये मेरे लिए निश्चित रूप से भावनात्मक था। नीली जर्सी में वापस आकर अच्छा लग रहा है। ये पुनर्जन्म जैसा लगता है, मैं बस प्रक्रिया से जुड़ा रहना चाहता हूं। यही मैं आईपीएल में भी कर रहा हूं, मैं जो ज्यादा आगे नहीं जाना चाहता और मैं बस वर्तमान में रहना चाहता हूं। इसलिए मैं बहुत ज़्यादा सोचना या बहुत ज़्यादा व्यक्त नहीं करना चाहता। आईपीएल के बाद मैंने कुछ टूर्नामेंट खेले और उनमें से एक टीएनपीएल था, ये बहुत अच्छा टूर्नामेंट है और उच्च स्तर का भी है।"

Also Read: Funding To Save Test Cricket

आगे बोलते हुए चक्रवर्ती ने कहा, "ये एक ऐसी जगह है जहां मैं बहुत काम करता हूं, ऐश (अश्विन) भाई के साथ भी, हमने चैंपियनशिप भी जीती, इससे मुझे आत्मविश्वास मिला। ये इस सीरीज़ के लिए मेरे लिए अच्छी तैयारी थी। (उनके पहले ओवर में उनकी गेंदबाजी पर एक कैच छूट गया) ये मेरे पक्ष में जा सकता था, लेकिन क्रिकेट ऐसा ही है। मैं शिकायत नहीं कर सकता, भगवान का शुक्र है। कई (चुनौतियां) रही हैं, एक बार जब आप भारतीय टीम में नहीं होते हैं, तो लोग आपको बहुत आसानी से नकार देते हैं। आपको उच्चतम स्तर पर बने रहने की जरूरत होती है, बार-बार आपको दरवाजा खटखटाते रहना होता है, शुक्र है कि इस बार ऐसा हुआ, उम्मीद है कि मैं अपना अच्छा काम जारी रख सकूंगा।"

Advertisement

Advertisement