करोड़पति सचिन तेंदुलकर अपने बेटे अर्जुन को क्या नहीं दे सके, जो सरफराज के पिता ने अपने बेटे को दे दिया
सरफराज खान ने घरेलू टूर्नामेंट में रनों का अंबार लगाया है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें इंडियन टीम में मौका नहीं मिल रहा है।
Sarfaraz Khan: 25 वर्षीय सरफराज खान (Sarfaraz Khan) रन मशीन बने हुए हैं। बीते समय में इस युवा बल्लेबाज़ ने लगातार ही रनों का अंबार लगाया है। सरफराज कई बार यह साफ कर चुके हैं कि उनकी कामियाबी के पीछे उनके पिता नौशाद खान का अहम योगदान रहा है। आज हम आपके सामने एक ऐसी ही कहानी रखने वाले हैं जो सरफराज और उनके पिता नौशाद खान से जुड़ी है। यह किस्सा किसी भी क्रिकेटप्रेमी को अंदर तक हिला सकता है।
अब्बू अर्जुन कितना नसीबवाला है: दरअसल, यह किस्सा खुद सरफराज के पिता ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ शेयर किया। नौशाद खान ने बीते दिनों के पन्नो को पलटा और याद करके एक छोटी सी स्टोरी सभी के साथ साझा की है। उन्होंने कहा, 'सरफराज जूनियर क्रिकेट में कई बार अर्जुन तेंदुलकर के साथ खेला। एक दिन नन्हा सरफराज मेरे पास आया और उसने मुझसे कहा अब्बू, अर्जुन कितना नसीबवाला है ना? उसके पिता सचिन तेंदुलकर हैं। उसके पास कार है, आईपैड है, सब कुछ हैं।' यह सुनकर पिता नौशाद के पास कहने को कुछ नहीं था, वह बिल्कुल शांत थे।
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मैं उससे भी ज्यादा नसीबवाला हूं: नौशाद बताते हैं कि जब यह घटना घटी मेरे पास तब कहने को कुछ नहीं था, लेकिन थोड़ी ही देर बाद नन्हा सरफराज मेरे पास वापस आया। उसने मुझे जोर से गले लगाया और बोला, 'मैं अर्जुन से भी ज्यादा नसीबवाला हूं। आप मुझे पूरा दिन देते हो, मेरे साथ रहते हो। लेकिन अर्जुन के पिता यानी सचिन तेंदुलकर ऐसा नहीं कर पाते।'
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जी हां, यही वह चीज है जो सदी के सबसे महान बल्लेबाज़ या कहे गॉड ऑफ क्रिकेट अपने बेटे अर्जुन को ज्यादातर समय नहीं दे सके, लेकिन वो नौशाद यानी सरफराज के पिता ने हमेशा अपने बेटे को दी। एक किस्सा ओर साझा करते हैं। दरअसल, यह खुद सरफराज ने दुनिया के सामने रखा है। सरफराज कहते हैं मेरे पिता मुझे हर दिन 2500 गेंद मारने को कहते थे। ऐसा इसलिए, क्योंकि ऐसा करने से साल के अंत तक वह एक मिलियन गेंद को हिट कर चुके होंगे। और अगर वह ऐसा करते हैं तो वह एक दिन वह अपराजेय या कहें उन्हें आउट करना नामुमिकन हो जाएगा।