पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने टेस्ट क्रिकेट में वापसी के लिए बॉडीलाइन गेंदबाजी का आह्वान किया है और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) से पाकिस्तान में चल रहे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में बाउंसरों की संख्या पर प्रतिबंध हटाने को कहा है। अख्तर ने कहा कि आधुनिक समय के क्रिकेटर नरम होते हैं और वह अपने खेल के दिनों में बल्लेबाजों को चोट पहुंचाना चाहते थे।
अख्तर ने शनिवार को डेली मेल के हवाले से कहा, "आजकल, वे (आधुनिक क्रिकेट खिलाड़ी) बहुत नरम हैं। मुझे नहीं लगता कि आक्रामकता अब उतनी है। मुझे नहीं पता क्यों। मुझे अनलिमिटेड बाउंसर चाहिए। बॉडीलाइन गेंदबाजी अनुमति दी जानी चाहिए।"
बॉडीलाइन गेंदबाजी को लगभग 90 वर्षों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है और टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाज 1994 से प्रति ओवर दो बाउंसर तक सीमित हैं। बॉडीलाइन जिसे फास्ट लेग थ्योरी बॉलिंग भी कहा जाता है। उसको 1932-33 एशेज के दौरान अंग्रेजी टीम द्वारा नियोजित किया गया था।