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सहवाग ने गिलक्रिस्ट और वॉन के मुंह पर कर दी बेज्ज़ती, बोले- 'हम इंडियन अमीर हैं, हमें गरीब देशों में....'

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर वीरेेंद्र सहवाग ने हाल ही में एडम गिलक्रिस्ट और माइकल वॉन के साथ एक पॉडकास्ट में हिस्सा लिया जहां उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए।

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सहवाग ने गिलक्रिस्ट और वॉन के मुंह पर कर दी बेज्ज़ती, बोले- 'हम इंडियन अमीर हैं, हमें गरीब देशों में
सहवाग ने गिलक्रिस्ट और वॉन के मुंह पर कर दी बेज्ज़ती, बोले- 'हम इंडियन अमीर हैं, हमें गरीब देशों में (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Apr 24, 2024 • 04:29 PM

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग इस समय आईपीएल 2024 में कमेंट्री का तड़का लगा रहे हैं। सहवाग को सबसे मुखर क्रिकेटरों में से एक माना जाता है और इसका एक उदाहरण हाल ही में द क्लब प्रेयरी फायर पॉडकास्ट में देखने को मिल गया जब सहवाग ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज़ और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन की उनके सामने ही बेज्ज़ती कर दी।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
April 24, 2024 • 04:29 PM

एडम गिलक्रिस्ट ने सहवाग से भारतीय खिलाड़ियों के अन्य टी-20 लीग्स में भाग लेने की संभावना के बारे में पूछा और सहवाग ने इस सवाल का ऐसा जवाब दिया कि गिलक्रिस्ट और वॉन बस देखते रह गए। सहवाग ने कहा, “कोई चांस ही नहीं है। हम (भारतीय) अमीर लोग हैं और हम गरीब देशों की टी-20 लीग में नहीं खेलते हैं। मुझे एक बार बिग बैश लीग से ऑफर मिला था और वो जो पैसे दे रहे थे वो काफी कम थे। इतने पैसे तो मैं अपनी छुट्टियों पर खर्च कर देता हूं। यहां तक कि स्काई स्पोर्ट्स भी मुझे अपने पैनल में चाहता था लेकिन वो मुझे अफोर्ड नहीं कर सके।''

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गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नियमों की वजह से भारतीय खिलाड़ी सिर्फ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में ही खेलते हैं।जबकि दुनियाभर की लीग्स चाहती हैं कि भारतीय स्टार खिलाड़ी भी उनकी लीग्स में खेलें ताकि उनके टूर्नामेंट की लोकप्रियता भी बढ़े लेकिन फिलहाल निकट भविष्य में भी ऐसा होता हुआ नहीं दिख रहा है।

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इसके अलावा वीरू ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, “मेरे कोच मुझे तकनीक के बारे में सिखाते थे लेकिन मुझे पता था कि चौकों और छक्कों के लिए तकनीक की नहीं बल्कि कौशल की आवश्यकता होती है। मैं उसी माइंडसेट के साथ बड़ा हुआ और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने में कामयाब रहा। मैंने 10वीं कक्षा के बाद क्रिकेट को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया। मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और भारतीय टीम के लिए पदार्पण करने से पहले कई एज ग्रुप्स में खेला।"

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