10 फरवरी,1952 - यह तारीख भारतीय क्रिकेट इतिहास के सुनहरे अक्षरों में दर्ज है। भारतवर्ष ने अपने देश के क्रिकेटरों को साल 1932 में पहली बार टेस्ट क्रिकेट खेलने का स्वाद चखते हुए देख लिया था लेकिन अभी भी पहली जीत ना मिलने की टीस उनके दिल में थी। हालांकि इस पहली जीत के लिए 20 साल का लंबा इंतजार करना पड़ेगा यह किसी ने सोचा नहीं था।
लेकिन हर लंबी काली रात के बाद एक नया सवेरा आता है, आखिरकार वो ऐतिहासिक दिन आया और भारत ने 1952 में मद्रास (चेन्नई) में खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड को पटखनी देकर क्रिकेट के सबसे लंबे फॉरमेट में पहली जीत हासिल की। जिस मैच में भारत को अपनी पहली टेस्ट जीत मिली वो भारत का 25वहां टेस्ट मुकाबला था।
साल 1951 की सर्दियों में इंग्लैंड की टीम भारत आई। इससे पहले अंग्रेजों ने 3 बार भारतीय सरजमीं पर टेस्ट सीरीज खेली थी जिसमें हर बार भारतीय टीम ने मेहमानों से मुंह की खाई थी। लेकिन इस बार कुछ अलग हुआ। 5 मैचों की इस सीरीज के शुरूआती 3 मैच जो ड्रॉ रहें फिरोजशाह कोटला, ब्रेबोर्न स्टेडियम और ईडन गार्डन्स में खेले गए थे।