एशियाई क्रिकेट परिषद ने क्रिकेट कार्यक्रम को लेकर पीसीबी अध्यक्ष की टिप्पणियों की आलोचना की

Updated: Sat, Jan 07 2023 10:20 IST
Image Source: IANS

एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) ने पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी के इस दावे को खारिज कर दिया है कि एसीसी अध्यक्ष और बीसीसीआई सचिव जय शाह ने पाकिस्तान बोर्ड को सूचित किए बिना 2023 और 2024 के लिए एसीसी कैलेंडर की घोषणा की थी।

गुरुवार को एसीसी अध्यक्ष के रूप में शाह ने एक ट्वीट के जरिए अगले दो वर्षों में सभी एसीसी प्रतियोगिताओं के विवरण की घोषणा की थी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, साल 2023 और 2024 के लिए एसीसी का ढांचा और क्रिकेट कैलेंडर! इससे इस खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के हमारे प्रयासों और जुनून का पता चलता है। कई देशों के खिलाड़ी अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए एकत्रित होंगे और शानदार क्रिकेट खेला जाएगा।

नजम सेठी ने गुरुवार को ही बाद में एक व्यंग्यात्मक ट्वीट के साथ शाह को जवाब देते हुए लिखा था, जय शाह, एकतरफा रूप से एसीसी संरचना और कैलेंडर 2023-24 पेश करने के लिए धन्यवाद, विशेष रूप से 2023 के एशिया कप 2023 के लिए जिसका मेजबान पाकिस्तान है। जब आप इससे जुड़े ही हैं तो आप हमारे पीएसएल 2023 की संरचना और कैलेंडर भी प्रस्तुत कर सकते हैं! एक त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की जाएगी।

उसके एक दिन बाद एसीसी ने एक बयान दिया जिसमें कहा गया कि पीसीबी को 22 दिसंबर, 2022 को ईमेल के माध्यम से इन विवरणों के बारे में सूचित किया गया था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

एसीसी के बयान में कहा गया है, यह हमारी जानकारी में आया है कि पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी ने एसीसी अध्यक्ष द्वारा एकतरफा रूप से कैलेंडर को अंतिम रूप देने और उसी की घोषणा करने पर एक टिप्पणी की है। एसीसी स्पष्ट करना चाहता है कि उसने उचित प्रक्रिया का पालन किया है। कैलेंडर को उसकी विकास समिति और वित्त और विपणन समिति द्वारा 13 दिसंबर, 2022 को आयोजित बैठक में अनुमोदित किया गया था।

कैलेंडर को 22 दिसंबर, 2022 को एक ईमेल के माध्यम से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) सहित सभी भाग लेने वाले सदस्यों को व्यक्तिगत रूप से सूचित किया गया था। जबकि कुछ सदस्य बोडरें से प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई थीं, पीसीबी से कोई टिप्पणी या सुझावित संशोधन प्राप्त नहीं हुए थे। उपरोक्त को देखते हुए, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सेठी की टिप्पणी निराधार है और एसीसी इसका पुरजोर खंडन करता है।

एसीसी वेबसाइट के अनुसार उसकी विकास समिति और वित्त एवं विपणन समिति, वे निकाय हैं, जिन्होंने एसीसी मार्ग संरचना और कैलेंडर को मंजूरी दी है। इन निकायों में पाकिस्तान से कोई प्रतिनिधि नहीं है। 22 दिसंबर, जिस दिन एसीसी ने कहा कि ईमेल पीसीबी को भेजा गया था, उसी दिन पाकिस्तान बोर्ड में सत्ता संरचना में उथल-पुथल मचा हुआ था। उसी समय सेठी ने रमीज राजा की जगह ली थी।

सितंबर में होने वाले 2023 एशिया कप के आयोजन स्थल को लेकर पीसीबी और बीसीसीआई के बीच लगातार तनाव बढ़ रहा है। अक्टूबर 2022 में बीसीसीआई की बैठक के तुरंत बाद यह कहा गया था कि 2023 एशिया कप एक तटस्थ स्थान पर स्थानांतरित हो सकता है क्योंकि भारतीय टीम पाकिस्तान की यात्रा नहीं कर सकती है। इसके बाद से इस बात को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है कि इस साल एशिया कप कहां खेला जाएगा। इस घटना के बाद टूर्नामेंट के मेजबान के रूप में पाकिस्तान की स्थिति अनिश्चितता में डाल दी गई थी और इसके कारण तनाव भी बढ़ा है।

एशिया कप के आयोजन स्थल का मुद्दा दोनों बोडरें के बीच बिगड़ते संबंधों का ताजा उदाहरण है। भारत और पाकिस्तान ने 2012-13 के बाद किसी द्विपक्षीय श्रृंखला में एक-दूसरे का सामना नहीं किया है। दोनों देशों के बीच सिर्फ़ आईसीसी और एसीसी की प्रतियोगिताओं में मैच होते हैं। पाकिस्तान ने आखिरी बार 2016 टी20 विश्व कप के लिए भारत की यात्रा की थी।

सितंबर में होने वाले 2023 एशिया कप के आयोजन स्थल को लेकर पीसीबी और बीसीसीआई के बीच लगातार तनाव बढ़ रहा है। अक्टूबर 2022 में बीसीसीआई की बैठक के तुरंत बाद यह कहा गया था कि 2023 एशिया कप एक तटस्थ स्थान पर स्थानांतरित हो सकता है क्योंकि भारतीय टीम पाकिस्तान की यात्रा नहीं कर सकती है। इसके बाद से इस बात को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है कि इस साल एशिया कप कहां खेला जाएगा। इस घटना के बाद टूर्नामेंट के मेजबान के रूप में पाकिस्तान की स्थिति अनिश्चितता में डाल दी गई थी और इसके कारण तनाव भी बढ़ा है।

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