'कुलदीप के पास वीज़ा नहीं था और अक्षर....', रोहित ने बताया आखिर क्यों तनुष कोटियन को बुलाना पड़ा ऑस्ट्रेलिया?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया है। इस टीम में रविचंद्रन अश्विन के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद मुंबई के ऑलराउंडर तनुश कोटियन को टीम में शामिल किया गया है और कोटियन के सेलेक्शन से कई फैंस और क्रिकेट पंडित हैरान हैं क्योंकि उनसे पहले अक्षऱ पटेल और कुलदीप यादव को टीम में शामिल किया जा सकता था।
जब कोटियन के सेलेक्शन के बारे में भारत के कप्तान रोहित शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने इस सवाल का जवाब दिया कि आखिर क्यों कोटियन को कुलदीप यादव और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ियों से पहले टीम में मौका दिया गया। रोहित ने पहले तो मजाक-मजाक में कहा कि कुलदीप को इसलिए नहीं चुना गया क्योंकि उनके पास ऑस्ट्रेलियाई वीजा नहीं था लेकिन फिर उन्होंने तुरंत मज़ाक से हटके इसके पीछे की असली वजह बताई।
रोहित ने मेलबर्न टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "तनुश एक महीने पहले यहां आए थे और कुलदीप के पास वीजा नहीं है। हमें जल्द से जल्द यहां पहुंचने के लिए किसी की जरूरत थी। तनुश तैयार थे और उन्होंने यहां अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन मजाक से इतर, वa पिछले दो सालों से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और सिडनी या मेलबर्न में दो स्पिनरों के साथ खेलने की स्थिति में हमें एक बैक-अप चाहिए था।"
रोहित ने आगे बताया कि चयन के लिए कुलदीप यादव और अक्षर पटेल पर विचार क्यों नहीं किया गया। भारतीय कप्तान ने पुष्टि की कि कुलदीप ने हर्निया की सर्जरी करवाई है और वa खेलने के लिए फिट नहीं है, जबकि अक्षर पटेल हाल ही में पिता बने हैं जिसके चलते वो ट्रैवल नहीं कर सकते थे और इसी वजह से कोटियन सबसे अच्छा उपलब्ध विकल्प बन गए। उन्होंने कहा, "कुलदीप 100 फीसदी फिट नहीं है क्योंकि वो हर्निया की सर्जरी से गुजरा है। अक्षर हाल ही में पिता बना है, इसलिए वो यात्रा नहीं करने वाला था। इसलिए, तनुश हमारे लिए सबसे अच्छा विकल्प था और वो शायद उन कारणों में से एक था जिसकी वजह से मुंबई ने पिछले सीजन में रणजी ट्रॉफी जीती।"
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आपको बता दें कि कोटियन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले ऑस्ट्रेलिया में खेलने वाली इंडिया ए टीम का हिस्सा थे और पहले टेस्ट में 44 रन बनाने के साथ ही एक विकेट भी लिया था। कुल मिलाकर, 26 वर्षीय खिलाड़ी ने 33 प्रथम श्रेणी मैच खेले, जिसमें 47 पारियों में 41.21 की औसत से 1525 रन बनाए, जिसमें दो शतक और 13 अर्द्धशतक शामिल हैं, इसके अलावा उन्होंने 101 विकेट भी लिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने 2023-2024 रणजी ट्रॉफी में मुंबई को खिताबी जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।