WATCH: 'मुझे नहीं पता था कैसे वापस आउंगा', वर्ल्ड कप हारने के 20 दिन बाद कैमरे पर आए रोहित शर्मा
वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल तोड़ देने वाली हार के लगभग 20 दिन बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा कैमरे पर आए और अपने दिल का हाल बताया। अपनी 20 दिन की चुप्पी तोड़ते हुए रोहित ने कहा कि उस हार को झेलना उनके लिए बहुत मुश्किल था उन्हें नहीं पता था कि वो उस मुश्किल वक्त से कैसे बाहर आएंगे लेकिन उनके परिवार ने उनका काफी सहयोग किया।
मुंबई इंडियंस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है जिसमें रोहित उस हार के बारे में बात कर रहे हैं। 4 मिनट और 11 सेकेंड के इस वीडियो में रोहित ने भारतीय फैंस के साथ-साथ भारतीय टीम के प्रदर्शन पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि उन्हें उनकी टीम पर काफी गर्व है क्योंकि लगातार 10 मैच जीतना बहुत मुश्किल होता है लेकिन इस टीम ने ऐसा कर दिखाया लेकिन फाइनल में भारत ऐसा ना कर सका जिसका उन्हें मलाल है।
रोहित ने कहा, “मैं हमेशा 50 ओवर का वर्ल्ड कप देखकर बड़ा हुआ हूं। मेरे लिए वो सर्वोच्च पुरस्कार था। हमने उस वर्ल्ड कप के लिए इतने वर्षों तक काम किया और अंत में ये निराशाजनक है, है ना? यदि आप इसमें सफल नहीं होते हैं, तो वो नहीं मिलेगा जो आप चाहते हैं, आप इतने समय से क्या खोज रहे थे, आप क्या सपना देख रहे थे। आप निराश हो जाते हैं। आप कई बार निराश भी हो जाते हैं। लेकिन लोगों का प्यार आपको वापस आने और फिर से काम शुरू करने और एक और अंतिम पुरस्कार की तलाश करने के लिए प्रेरणा देता है।”
हिटमैन ने आगे बोलते हुए कहा, "फाइनल के बाद, वापस आना और आगे बढ़ना शुरू करना बहुत कठिन था, यही कारण है कि मैंने फैसला किया कि मुझे अपना दिमाग इससे बाहर निकालना होगा। लेकिन फिर, मैं जहां भी था, मुझे एहसास हुआ कि लोग मेरे पास आ रहे थे और वो सभी के प्रयास की सराहना कर रहे थे कि हमने कितना अच्छा खेला। मैं उन सभी के लिए महसूस करता हूं। वो सभी हमारे साथ मिलकर उस वर्ल्ड कप को उठाने का सपना देख रहे थे। मुझे देखने के लिए, लोग मेरे पास आ रहे थे, मुझसे कह रहे थे कि उन्हें टीम पर गर्व है, आप जानते हैं कि इससे मुझे अच्छा महसूस हुआ। उनके साथ-साथ, मैं भी ठीक हो रहा था। मुझे लगा, ठीक है। ये वो चीजें जो आप सुनना चाहते हैं।''
Also Read: Live Score
अपनी बात खत्म करते हुए रोहित ने कहा, "इस पूरे अभियान के दौरान हम जहां भी गए, सबसे पहले स्टेडियम में आने वाले सभी लोगों और घर से इसे देखने वाले लोगों से भी बहुत समर्थन मिला। उस डेढ़ महीने की अवधि में लोगों ने हमारे लिए जो किया है, उसकी सराहना करना चाहता हूं। लेकिन फिर, अगर मैं इसके बारे में अधिक से अधिक सोचता हूं तो मुझे काफी निराशा होती है कि हम आखिरी पड़ाव पार कर पाने में सक्षम नहीं हो पाए।"