रोहित शर्मा ने अपने बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर चिंता जताई (लीड-1)
रोहित ने मैच के बाद कहा, ''यह हार निराशाजनक है, हमें इसकी उम्मीद नहीं थी। हमें न्यूज़ीलैंड को श्रेय देना होगा क्योंकि उन्होंने हमसे बेहतर क्रिकेट खेली। जबकि हम मौक़ों को भुना नहीं पाए। हमारी बल्लेबाज़ी संतोषजनक नहीं रही, टेस्ट मैच जीतने के लिए 20 विकेट लेने ज़रूरी होते हैं लेकिन स्कोरबोर्ड पर रन बनाना उतना ही ज़रूरी होता है।''
कप्तान ने कहा,''हमने न्यूज़ीलैंड को ठीक-ठाक स्कोर पर रोक दिया था लेकिन हम अंतिम पारी में उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। पहली पारी में न्यूज़ीलैंड को 259 पर रोकना अच्छा था। हालांकि पिच उतनी भी मुश्किल नहीं थी, अगर हमने पहली पारी में अच्छी बल्लेबाज़ी की होती तो शायद हम बेहतर स्थिति में होते। यह एक सामूहिक असफलता है।''
पुणे टेस्ट में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 113 रन की हार भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़े झटके की तरह है क्योंकि पिछले एक दशक में भारत ने अपने घरेलू सरज़मीं पर ऐसा प्रदर्शन कभी नहीं किया है।
रोहित ने कहा, "हमने पहली पारी में अधिक रन नहीं बनाए, जिससे हम खेल में पीछे रह गए। न्यूज़ीलैंड ने 259 रन बनाए और हम सिर्फ़ 156 रन बनाकर ऑल आउट हो गए। यह निश्चित रूप से हमारी बल्लेबाज़ी में कमी को उजागर करता है।"
रोहित का मानना है कि अगर बल्लेबाज़ों ने बेहतर प्रदर्शन किया होता, तो नतीजा अलग हो सकता था।
न्यूज़ीलैंड के स्पिनर मिचेल सैंटनर ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले पारी में 7 विकेट जबकि दूसरी पारी में 6 विकेट चटकाए। रोहित ने कहा, "सैंटनर ने अद्भुत गेंदबाजी की, लेकिन हमें ख़ुद को भी ज़िम्मेदार ठहराना होगा। एक टीम के रूप में हमें बेहतर प्रदर्शन करना होगा।"
भारत ने पहली पारी में 103 रन से पिछड़ने के बाद भी खेल में वापसी का प्रयास किया। रोहित ने कहा, "हमने दूसरे दिन अच्छी गेंदबाज़ी की और न्यूज़ीलैंड को 250 के आसपास रोक दिया। लेकिन इसके बावजूद हम जानते थे कि लक्ष्य प्राप्त करना आसान नहीं होगा।"
रोहित ने इस बात को स्वीकार किया कि पहले दिन की स्थिति को देखते हुए, न्यूज़ीलैंड को अधिक रन बनाने की अनुमति देना भारतीय टीम की गलती थी। उन्होंने कहा, "अगर हम पहली पारी में उनके स्कोर के क़रीब पहुंचते, तो स्थिति अलग होती।"
अब भारत को व्हाइटवाश से बचने के लिए कुछ विशेष करने की ज़रूरत है। रोहित ने कहा, "हम वानखेड़े में अच्छा प्रदर्शन करने और मैच जीतने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम अगले मैच पर ध्यान दें और जो सुधार कर सकते हैं, उस पर काम करें।"
उन्होंने यह भी कहा कि टीम की यह सामूहिक ज़िम्मेदारी है। "मैं सिर्फ बल्लेबाज़ों या गेंदबाज़ों को दोष नहीं देना चाहता। यह पूरी टीम की असफलता है। हमें उस चुनौती को स्वीकार करना होगा जो हमें दी गई थी।''
इसके साथ ही, रोहित ने यह भी बताया कि इस हार से सीखना आवश्यक है। "हर हार से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। हमें अपने खेल में सुधार करना होगा और इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा।"
भारत की टीम को अब विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए भी गंभीरता से विचार करना होगा। रोहित ने कहा, "हम इस सीरीज़ से अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं ताकि हम अगले साल की विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फ़ाइनल में जगह बना सकें।"
इसके साथ ही, रोहित ने यह भी बताया कि इस हार से सीखना आवश्यक है। "हर हार से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। हमें अपने खेल में सुधार करना होगा और इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा।"
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Article Source: IANS