हैप्पी बर्थडे:  जानिए महान कप्तान औऱ बल्लेबाज स्टीव वॉ से जुड़ी 10 रोचक बातें

Updated: Sat, Jun 02 2018 14:21 IST

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के महानतम कप्तानों में शुमार स्टीव वॉ आज अपना 53वां बर्थडे मना रहे है। स्टीव ने अपनी बल्लेबाजी और शानदार कप्तानी से ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट को एक नए मुकाम पर पहुँचाया। आइए उनके बर्थडे पर जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें। 

दोनों भाइयों में बड़े

आपको तो ये पता होगा की मार्क और स्टीव वॉ दोनों जुड़वा भाई है मगर वॉ भाइयों में स्टीव ने अपने भाई मार्क से 4 मिनट पहले जन्म लिया जिसके कारण मार्क को सब "जूनियर" बुलाते है।

फुटबॉल का शौक

शुरआती दौर में स्टीव वॉ को क्रिकेट के साथ- साथ फुटबॉल का भी शौक था और उन्होंने दोनों खेलों में संतुलन बनाये रखा। यहाँ तक की उन्होंने क्रिकेट में कदम रखने से पहले सिडनी क्रोसिए फुटबॉल  टीम की कप्तानी भी की थी।

 

टेस्ट मैच खेलने वाली पहली जुड़वा जोड़ी

ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है की एक ही परिवार से दो भाई क्रिकेट के मैदान में कदम रखे पर ये मजेदार बात है की स्टीव वॉ और मार्क वॉ टेस्ट क्रिकेट में कदम रखने वाले विश्व के पहले जुड़वा भाई है।     

 मार्क के कारण बहार बैठना पड़ा

1990-91 के एशेज टेस्ट सीरीज के दौरान स्टीव वॉ  को ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर बिठाया गया और जिस खिलाड़ी को उनकी जगह मौका मिला वो कोई और नहीं बल्कि उनके छोटे भाई मार्क वॉ थे, मार्क ने भी निराश नहीं किया डेब्यू मैच में ही शानदार शतक लगाया।

''बॉल हैंडलिंग'' से आउट होने वाले दूसरे बल्लेबाज

ऑस्ट्रेलियाई के एंड्रू हिल्डिच के बाद स्टीव वॉ बैटिंग करने के दौरान ग्लव्स से बॉल पकड़ने के कारण "बॉल हैंडलिंग " प्रक्रिया से आउट होने वाले दूसरे ऑस्ट्रेलिआई बल्लेबाज बने।

आयरलैंड के लिए भी खेला क्रिकेट

ऑस्ट्रेलिया के लिए अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले स्टीव ने 1998 में "ऑस्ट्रेलिया ए "  के खिलाफ आयरलैंड के लिए खेला है।  तब उन्होंने अपने टीम के ही  साथी खिलाडी जैसे मैथ्यू हेडेन ,माइकल हसी ,जैसन गिलेस्पी के खिलाफ ही इस मैच में आयरलैंड के लिए खेला  था।  

 

  एक सफल कप्तान

स्टीव वॉ क्रिकेट इतिहास के बेहतरीन कप्तानों में से एक रहे है। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 1999 में वर्ल्ड कप जीता और साथ टेस्ट मैचों में उनकी कप्तानी में  71.92 %  की जीत औसत  ये बात साफ  दर्शाती है की टेस्ट मैचों की कप्तानी में उनका कोई सानी  नहीं है।

वॉ भाइयों ने क्रिकेट को साथ कहा अलविदा

वॉ भाइयों ने अपना आखिरी इंटरनेशनल वनडे मैच,फर्स्ट क्लास क्रिकेट और लिस्ट ए क्रिकेट साथ में छोड़ा। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच 2002 पर्थ में खेला था।

एक बेहतरीन इंसान और समाजसेवक 

स्टीव वॉ ने क्रिकेट छोड़ने के बाद खुद की एक संस्था खोली जिसका नाम " द स्टीव वॉ फाउंडेशन" है। ये  संस्था कुष्ठ रोग से ग्रसित बच्चों का इलाज़ करवाती है।        

शानदार क्रिकेट करियर

स्टीव वॉ ने 168 टेस्ट मैचों में 51.06 की औसत से 10,927  रन बनाये जिसमे 32 शतक और 50 शानदार अर्धशतक शामिल है , वनडे में स्टीव ने 325 मैचों में 32.90 के औसत से 7569 रन बनाये जिसमे तीन शतक और 45 अर्धशतक शामिल है। फर्स्ट क्लास  मैचों में उन्होंने कूल 356 मैच खेले जिसमे उन्होंने 51.94 की औसत से 24,052 रन बनाए है। टेस्ट में उन्होंने कूल 92, वनडे में 195 तो वही फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कूल 249 विकेट लिए है।

SHUBHAM SHAH (CRICKETNMORE)

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