'मेरे पापा को माफ करो और अकेला छोड़ दो', अपने पापा के सनसनीखेज बयान पर अश्विन ने तोड़ी चुप्पी

Updated: Thu, Dec 19 2024 20:53 IST
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ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में रिटायरमेंट लेने वाले ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन फिलहाल सुर्खियों में बने हुए हैं। रिटायरमेंट लेने के बाद अश्विन गुरुवार की सुबह जब घर वापस लौटे तो उनके पिता का एक सनसनीखेज बयान सामने आया जिसने क्रिकेट फैंस को हैरान कर दिया। अश्विन के पिता ने ये आरोप लगाया कि उनके बेटे को अपमानित किया जा रहा था, जो उनके अनुसार अश्विन के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने के कारणों में से एक हो सकता है।

अब अपने पिता के इस बयान के वायरल होने के बाद रविचंद्रन अश्विन ने भी चुप्पी तोड़ने में ज्यादा देर नहीं लगाई। अश्विन ने मीडिया से अनुरोध किया कि वो उनके पिता को अकेला छोड़ दें और उनके बयानों को सीरियस ना लिया जाए। अश्विन के पिता ने कहा कि उनके बेटे की अचानक रिटायरमेंट की घोषणा से पूरा परिवार स्तब्ध है।

अश्विन ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा, "मेरे पिता मीडिया द्वारा प्रशिक्षित नहीं हैं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि आप 'पिता के बयानों' को इतना सीरियस लेंगे। आप सभी से अनुरोध है कि उन्हें माफ कर दें और उन्हें अकेला छोड़ दें।"

आपको बता दें कि इससे पहले अश्विन के पिता रविचंद्रन ने न्यूज18 से बोलते हुए कहा था, "मुझे भी (उनके संन्यास के बारे में) आखिरी समय में पता चला। रिटायर होना उनकी इच्छा और चाहत है, मैं इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकता, लेकिन जिस तरह से उन्होंने ये फैसला लिया, उसके कई कारण हो सकते हैं। केवल अश्विन ही जानते हैं, शायद हो सकता है कि उनका अपमान किया गया हो।"

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रविचंद्रन ने आगे बोलते हुए कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है (परिवार के लिए ये भावनात्मक क्षण था) क्योंकि वो 14-15 साल से मैदान पर था। अचानक हुए बदलाव, रिटायरमेंट ने हमें वाकई चौंका दिया। साथ ही, हम इसकी उम्मीद भी कर रहे थे क्योंकि अपमान हो रहा था। वो कब तक इन सब चीजों को बर्दाश्त कर सकता है? शायद, उसने खुद ही फैसला किया होगा। उनके दिमाग में क्या चल रहा था, मुझे नहीं पता। उन्होंने बस घोषणा कर दी। मैंने भी इसे पूरी खुशी के साथ स्वीकार कर लिया। मुझे इस बात से कोई परेशानी नहीं थी। लेकिन जिस तरह से उन्होंने संन्यास लिया, उससे एक तरफ मैं बहुत खुश था, दूसरी तरफ मैं खुश नहीं था क्योंकि उन्हें खेलना जारी रखना चाहिए था।"

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