इन गेंदबाजों को भी झेलना पड़ा है प्रतिबंध

Updated: Wed, Feb 11 2015 00:23 IST

अवैध गेंदबाजी एक्शन के चलते पाकिस्तान के ऑफ स्पिनर सईद अजमल पर इंटरनेशनल क्रिकेट में गेंदबाजी करने पर आईसीसी ने रोक लगा दी है। वह पहले क्रिकेटर नहीं है जिन्हें यह प्रतिबंध झेलना पड़ा है। 1999 से बाद की बात की जाए तो उनसे पहले 9 ऐसे खिलाड़ी है जिन्हें अवैध गेंदबाजी एक्शन के चलते प्रतिबंध झेलना पड़ा है। आइए हम आपको उन 10 खिलाड़ियों (1999 के बाद) के बारे में बताते हैं जिन्हें अवैध गेंदबाजी एक्शन के चलते प्रतिबंध झेलना पड़ा है। 

शोएब अख्तर (दिसंबर 1999) : रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर पाकिस्तान के स्पीड स्टार को 1999 में प्रतिबंध झेलना पड़ा था,ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए एक टेस्ट मैच में उनकी शिकायत की गई थी। हालांकि उनका प्रतिबंध ज्यादा लंबा नहीं चला। इसके बाद कई बार शोएब अख्तर के गेंदबाजी एक्शन को लेकर शिकायत हुई लेकिन उन पर दोबारा कभी प्रतिबंध नहीं लगाया गया। 

शब्बीर अहमद (दिसंबर 2005) : छोटे से करियर के दौरान कई बार शब्बीर अहमद के गेंदबाजी एक्शन को लेकर शिकायत की गई। इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए एक टेस्ट मैच में शिकायत के बाद उनके गेंदबाजी करने पर 12 महीने का प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके बाद शब्बीर ने फिर कभी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला। प्रतिबंध हटने के बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में वापसी करी थी। 

जेम्स कर्टले (सितंबर 2005) : कई बार शिकायत के बाद इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने इंग्लैंड के क्रिकेटर जेम्स कर्टले के गेंदबाजी करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। सुधार के बाद टीम में उनकी वापसी हुई लेकिन उनका गेंदबाजी एक्शन उसके बाद भी सवालों के घेरे में रहा, जिसके बाद 2010 में उन्होंने सन्यास ले लिया । 

जोहान बोथा,(फरवरी 2006) : साउथ अफ्रीका के ऑफ स्पिनर जोहान बोथा को भी इंटरनेशनल क्रिकेट में  अवैध गेंदबाजी एक्शन के चलते प्रतिबंध झेलना पड़ा था । 2006 में साउथ अफ्रीका के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान शिकायत के बाद जोहान बोथा के गेंदबाजी करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके बाद 2007 में उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी करी।  इसके बाद मई 2009 में बोथा दोबारा से सुर्खियों मे आए जब उनके “दूसरा” फेंकने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। 

मार्लोन सैमुअल्स, (फरवरी 2008) : वेस्टइंडीज के हरफनमौला खिलाड़ी मार्लोन सैम्युल्स को भी अवैध गेंदबाजी एक्शन के लिए प्रतिबंध झेलना पड़ा था। डरबन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में शिकायत के बाद उनके गेंदबाजी करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, हालांकि वह बल्लेबाज के तौर पर टीम में खेलते रहे। सुधार के बाद आईसीसी ने उन्हें हरी झंडी दिखाई और वह फिर से गेंदबाजी करने लगे। लेकिन इंडिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान शिकायत के बाद दिसंबर 2013 में उनके तेज गेंद फेंकने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।  

अब्दुर रज्जाक,(दिसंबर 2008) : बांग्लादेश के बाएं हाथ के स्पिनर को अवैध गेंदबाजी एक्शन के लिए प्रतिबंध का सामना करना पड़ा। गेंदबाजी एक्शन की जांच के दौरान पाया गया कि गेंदबाजी के दौरान उनका हाथ 22 से 28 डिग्री तक मुड़ता है। गेंदबाजी एक्शन में सुधार के बाद जुलाई 2009 में उन्होंने दोबारा इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की थी । 

शेन शिलिंगफोर्ड, (दिसंबर 2010): 2010 में पोर्ट ऑफ स्पेन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में शिकायत के बाद वेस्टइंडीज के ऑफ स्पिनर शेन शिलिंगफोर्ड पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। एक्शन में सुधार के बाद मई 2011 में उन्होंने दोबारा इंटरनेशनल क्रिकेट मे वापसी करी लेकिन इसके बाद भी कई बार उनके गेंदबाजी एक्शन पर सवाल उठे। इंडिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शिकायत के बाद दिसंबर 2013 में शिलिंगफोर्ड के गेंदबाजी करने पर एक बार फिर प्रतिबंध लगा था। मार्च 2014 में इंटरनेशनल क्रिकेट में उनकी वापसी इस शर्त पर हुई की वह अब कभी “दूसरा” नहीं फेकेंगे।  

सचित्रा सेनानायके,(जुलाई 2014) : इंग्लैंड दौरे के दौरान लॉर्ड्स में खेले गए चौथे वन डे मैच में सेनानायके द्वारा फेंकी गई चार बॉल की जांच के बाद आईसीसी ने सेनानायके के गेंदबाजी करने पर प्रतिबंध लगा दिया था, इसमें पाया गया था कि उनका हाथ 15 डिग्री से ज्यादा मुड़ रहा है। इसके बाद एक्शन में सुधार के लिए उन्हें पर्थ भेज दिया गया है। वह नंवबर में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली 7 वन डे मैचों की सीरीज तक टीम में वापसी करना चाहते हैं। 

केन विलियमसन (जुलाई 2014) : वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान शिकायत के बाद  न्यूजीलैंड के बल्लेबाज और पार्ट टाइम स्पिनर केन विलियमसन के गेंदबाजी करने पर प्रतिबंध लगा दिया हालांकि बल्लेबाज के तौर पर वह न्यूजीलैंड के तरफ से इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते रहेंगे।  

सईद अजमल (सितंबर 2014) : श्रीलंका दौरे के दौरान गाले में खेले गए पहले टेस्ट मैच में श्रीलंका ने सईद अजमल के गेंदबाजी एक्शन को लेकर शिकायत की थी। जिसके बाद 25 अगस्त को ब्रिसबेन के नेशनल क्रिकेट सेंटर में उनके गेंदबाजी एक्शन की जांच हुई थी। इस जांच में पाया गया की गेंद फेंकते समय उनका हाथ 15 डिग्री से ज्यादा मुड़ता है जो आईसीसी के नियमों के हिसाब से गलत है। इसके बाद आईसीसी ने इंटरनेशनल क्रिकेट में सईद अजमल के गेंदबाजी करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। 

श्रीलंका कें महान स्पिनर मुथ्थैया मुरलीधरन और भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह के गेंदबाजी एक्शन को लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन जांच के दौरान हर बार इनका गेंदबाजी एक्शन सही पाया गया।

(सौरभ शर्मा)

 

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