अश्विन बने भारत के सबसे बड़े ऑलराउंडर, कपिल देव को छोड़ा पीछे
29 जुलाई, नई दिल्ली (CRICKETNMORE)। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में अपने ऑलराउंड परफॉर्मेंस के साथ ही आर. अश्विन को लेकर एक बार फिर से बहस छिड़ गई है क्या आश्विन भारत के लिए एक बेहतरीन ऑल राउंडर हैं।
29 जुलाई, नई दिल्ली (CRICKETNMORE)। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में अपने ऑलराउंड परफॉर्मेंस के साथ ही आर. अश्विन को लेकर एक बार फिर से बहस छिड़ गई है क्या आश्विन भारत के लिए एक बेहतरीन ऑल राउंडर हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में अश्विन बल्ले और गेंदबाजी से कमाल करते आ रहे हैं। साल 2010 से टीम इंडिया के लिए लगातार खेल रहे अश्विन ने समय – समय पर अपने बल्ले से भी शानदार खेल दिखाया है लेकिन हमेशा से उनकी गेंदबाजी परफॉर्मेंस को याद किया जाता है।
टेस्ट क्रिकेट में अबतक अश्विन ने 33 टेस्ट मैच की 49 पारियों में कुल 1317 रन बना चुके हैं जिसमें 3 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट क्रिकेट में अश्विन की बल्लेबाजी औसत 33.76 के आस- पास है। ये आंकड़े किसी भी बल्लेबाज के लिए खराब नहीं है जो अपने करियर में नंबर 8 या 9 पर बल्लेबाजी करता है। युवराज सिंह कर रहे हैं शादी, तारीख तय
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नीचली क्रम पर बल्लेबाजी करना टेस्ट क्रिकेट में बेहद ही मुश्किल भरा होता है। ऐसे में यदि कोई गेंदबाज किसी मंझे हुए बल्लेबाज की तरह बल्लेबाजी करता है तो यह कहना उचित है कि इसमें ऑल राउंडर बनने के गुर हैं। अश्विन के साथ ऐसा ही है, अपने बल्लेबाजी के क्रम में अश्विन किसी सधे हुए बल्लेबाज की तरह क्रिज पर समय लेते हैं और कई शानदार स्ट्रोक लगाते हैं। अश्विन ने अपने ऑल राउंडर बननें का सबूत इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका की धरती पर बल्लेबाजी कर दे दिया है। क्रिकेट फैन्स को लगा झटका: इस वजह से कोहली छिन लेगें धोनी से वनडे और टी- 20 की कप्तानी
अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में अबतक 9 दफा 50 या उससे ज्यादा रन बनाए हैं, जिसमें से 4 दफा 50 या उससे ज्यादा रन भारत से बाहर बनाए हैं। इसके अलावा कई बार अश्विन ने विपरीत परिस्थिती में 30 और 40 रनों की उपयोगी पारी खेलकर भारत की टीम को विरोधी टीमों के खिलाफ अंतिम क्षणों में संघर्ष कराया है।
विदेशी पिचों पर अश्विन की बल्लेबाजी से यह सिद्ध होता है कि अश्विन में ऑल राउंडर क्रिकेटर बननें की सभी क्षमता है।
भारत के सबसे बड़े ऑलराउंडर कपिल देव बनाम अश्विन –
अश्विन और कपिल देव में सबसे खास संयोग ये है कि अपने शुरुआती 33 टेस्ट मैचों में कपिल देव ने भी 49 पारियां खेली थी जो अभी अश्विन ने अपने 33 टेस्ट मैच में खेल चुके हैं। कपिल देव ने शुरुआती 33 टेस्ट मैच की 49 पारियों में 1234 रन बनाए थे जिसमें 1 शतक और 6 अर्धशतक शामिल थे। कपिल देव ने इतने रन 27.42 की बल्लेबाजी औसत के साथ बनाए । अपने पूरे टेस्ट करियर में कपिल देव ने 5248 रन जिसमें उन्होंने 8 शतक और 27 अर्धशतक जमाए । टेस्ट करियर में कपिल देव का बल्लेबाजी औसत 31.05 रहा।
इस समीकरण को देखा जाए तो आर. अश्विन कपिल देव से काफी आगे हैं। कपिल देव के अलावा मनोज प्रभाकर ने भी काफी हद कर भारत के लिए ऑल राउंडर की भूमिका निभाई थी। मनोज प्रभाकर ने अपने टेस्ट करियर में 39 टेस्ट खेले जिसमें अपनी बल्लेबाजी से 32.65 की औसत के साथ 1600 रन जोड़े, प्रभाकर ने 1 शतक और 9 अर्धशतक भी जमाए थे। इस लिहाज से देखा जाए तो अश्विन आने वाले समय में इसी फॉर्म के साथ बल्लेबाजी करते रहे तो भारत के लिए बड़े ऑल राउंडर की भूमिका निभा सकते हैं।
भारत के रविंद्र जडेजा को ऑलराउंडर के तर्ज पर कई बार टीम इंडिया में जगह मिली है। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में जडेजा अपने बल्लेबाजी से पूरी तरह विफल रहे हैं। अबतक 16 टेस्ट मैच में जडेजा ने केवल 1 शतक जमाए हैं और कुल 473 रन बनाए हैं। अश्विन की तुलना में रविंद्र जडेजा काफी पीछे हैं।
दुनिया के बेहतरीन ऑल राउंडर के साथ तुलना की जाए तो बल्लेबाजी औसत में अश्विन बाजी मारते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। लेकिन साउथ अफ्रीका के जैक कैलिस के साथ अश्विन की तुलना करना बईमानी होगी। क्योंकि जैक कैलिस जैसे खिलाड़ी किसी भी तुलना से परे हैं।
इस समय अश्विन के साथ खेलने वाले विरोधी खिलाड़ी में बांग्लादेश के शकिब अल हसन ने अपने खेल से बेहतरीन ऑल राउंडर के रूप में अपनी जगह बना ली है।
भारतीय टीम के टेस्ट कप्तान कोहली ने पहले टेस्ट में अश्विन को नंबर 6 पर बल्लेबाजी कराकर इस बात पर मोहर लगाने की भरपूर कोशिस की है। अब देखना ये होगा कि आने वाले समय में अश्विन इसी फॉर्म के साथ टेस्ट मैचों में परफॉर्मेंस आगे भी बनाए रखते हैं। वैसे इस साल भारत लगभग 16 टेस्ट मैच और खेलेगा। यदि अश्विन इन टेस्ट मैचों के दौरान बल्ले और गेंद से दोहरी भूमिका बखुबी निभाते रहे तो यह कहना उचित होगा कि भारत को कपिल देव के बाद पूर्ण ऑल राउंडर मिल चुका है। लेकिन अश्विन ऑलराउंडर की उपाधी पाने के लिए काफी रास्ते तय करने हैं।