फखर ज़़मान ने तोड़ी चुप्पी, बोले- 'मुझे ट्वीट नहीं करना चाहिए था, बोर्ड से बड़ा कोई नहीं होता'
पाकिस्तान क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे फखर ज़मान ने आखिरकार अपने ट्वीट को लेकर चुप्पी तोड़ी है। उनका मानना है कि उन्हें वो ट्वीट नहीं करना चाहिए था।
पाकिस्तान के स्टार बल्लेबाज फखर जमान फिलहाल ना सिर्फ पाकिस्तानी टीम से बाहर हैं बल्कि उन्हें किसी भी केंद्रीय अनुबंध में भी जगह नहीं दी गई है। इंग्लैंड के खिलाफ टीम की घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान बाबर आजम का समर्थन करने वाले एक विवादास्पद ट्वीट के बाद फखर को पाकिस्तान सेंट्रल बोर्ड के अनुबंध से हटा दिया गया था और अब फखर ने इस ट्वीट को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है और कहा है कि उन्हें ये ट्वीट नहीं करना चाहिए था।
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के दूसरे टेस्ट से पहले, अटकलें लगाई जा रही थीं कि बाबर को टेस्ट टीम से बाहर कर दिया जाएगा। उस समय, फखर पूर्व कप्तान के समर्थन में सामने आए और कहा कि बाबर को बाहर करने से टेस्ट टीम को खराब संदेश जाएगा। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने ट्वीट में विराट कोहली का नाम भी लिया था, जिसमें दोनों खिलाड़ियों की खराबियों की तुलना की गई थी।
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जाहिर है, पीसीबी ट्वीट से खुश नहीं था और इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के समापन के बाद फखर जमान को केंद्रीय अनुबंध सूची से हटा दिया गया। दिसंबर में PAK TV से बात करते हुए, फखर ने अपना रुख स्पष्ट किया और कहा कि उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की आलोचना नहीं की। फखर ने कहा कि अब जब वो घटनाओं पर पुनर्विचार करते हैं, तो उन्हें लगता है कि आदर्श रूप से उन्हें इस मामले से दूर रहना चाहिए था।
Fakhar clarified that the tweet was made 100% by him and Babar or Saya didn't asked him to do so
— Sherry (@Sherryy567) December 23, 2024
While it was his decision, RR fc left no stone unturned to make Babar a villain in this scenario, they have a toxic obsession with him pic.twitter.com/lj9ckQR4y9
फखर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, "मैंने बाद में इस बारे में सोचा और मुझे लगा कि मुझे ट्वीट नहीं करना चाहिए था। लेकिन लोगों ने ट्वीट को पूरी तरह से गलत समझा। उन्हें लगा कि मैं बोर्ड के फैसले की आलोचना कर रहा हूं, लेकिन ये 100 प्रतिशत गलत है। अगर आप ट्वीट की टाइमिंग देखें, तो ये बोर्ड के फैसला लेने से पहले किया गया था। मैंने 2-3 दिनों तक समाचारों में देखा कि पत्रकार और पूर्व खिलाड़ी उनकी (बाबर आजम) आलोचना कर रहे थे। और मैंने खुद से सोचा, बाबर ने टीम के लिए इतना कुछ किया है, लेकिन फिर भी वो चाहते थे कि उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाए।"
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उन्होंने आगे कहा, "मैंने ये देखा और ट्वीट करके अपनी राय जाहिर की। लेकिन मैं समझता हूं कि बोर्ड से बड़ा कोई नहीं है। मैं अपने जूनियर क्रिकेटरों से भी कहूंगा कि आप चाहे कितने भी बड़े हो जाएं, आप बोर्ड से बड़े नहीं हैं और आपको अपने खेल के दिनों में उनकी आलोचना नहीं करनी चाहिए। लेकिन हां, मेरा स्पष्टीकरण ये है कि मैंने टीम की घोषणा से पहले ही अपना ट्वीट कर दिया था।"