AUS vs IND: इस बल्लेबाज का कैच छोड़ना पड़ा महंगा, हार के बाद कप्तान विराट कोहली ने जताया अपना दुख
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने आस्ट्रेलिया के हाथों डे-नाइट टेस्ट में मिली आठ विकेटों से हार बाद कहा है कि भारतीय फील्डरों के कैच छोड़ने का आस्ट्रेलिया को फायदा मिला। भारतीय फील्डरों ने आस्ट्रेलिया की पहली पारी...
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने आस्ट्रेलिया के हाथों डे-नाइट टेस्ट में मिली आठ विकेटों से हार बाद कहा है कि भारतीय फील्डरों के कैच छोड़ने का आस्ट्रेलिया को फायदा मिला। भारतीय फील्डरों ने आस्ट्रेलिया की पहली पारी में काफी अहम कैच छोड़े थे।
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मयंक अग्रवाल ने आस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन का कैच छोड़ा था। पेन ने नाबाद 73 रन बनाते हुए आस्ट्रेलिया को 191 के स्कोर तक पहुंचाया था। पेन का जब कैच छूटा, तो वह 26 रनों पर थे। भारत ने मार्नस लाबुशैन के भी कुछ कैच छोड़े थे।
मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कोहली ने कहा, "पेन का कैच काफी अहम रहा। मुझे लगता है कि उस समय उनका स्कोर सात विकेट पर 110 (111) रन था, वहां पेन को मौका मिला और उन्होंने 70 के करीब रन बना दिए। लाबुशैन को भी कुछ मौके मिले। टेस्ट क्रिकेट में आपको इस तरह के मौके भुनाने होते हैं, क्योंकि यह आपको काफी महंगे साबित हो सकते हैं। हमने देखा है कि टेस्ट क्रिकेट में कैच न लेने का परिणाम काफी बुरे हो सकते हैं। टीम आपको बार-बार मौका नहीं देती हैं। जब आपको मौका मिले आपको उसे भुनाना चाहिए। अगर वो कैच पकड़ लिए जाते और हमारे पास कुछ और रनों की बढ़त होती तो यह हमारे लिए बहुत अच्छा होता।"
कोहली ने साथ ही कहा कि नौ महीनों बाद टेस्ट क्रिकेट खेलना हार का कारण नहीं है।
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता। हमने इतनी क्रिकेट खेली है कि हमें पता है कि टेस्ट क्रिकेट में किस समय क्या किया जाना चाहिए। हां, हम अपनी रणनीति को लागू नहीं कर पाए इस बात की कमी रही। हम तीसरे दिन 62 रनों की बढ़त और नौ विकेट हाथ में लेकर उतरे थे। हमें निश्चित तौर पर मजबूत बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। मुझे नहीं लगता कि कोई मानसिक तनाव की बात थी। यह टेस्ट सीरीज का पहला मैच था इसलिए यह मुद्दा नहीं था।"
कोहली ने कहा कि टीम उनकी गैरमौजूदगी में मजबूत वापसी करेगी। कोहली अब अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश रवाना होंगे।
कोहली ने कहा, "मुझे पूरा भरोसा है कि टीम मेलबर्न में मजबूती से वापसी करेगी। कुछ खिलाड़ियों को महसूस होगा कि उनकी असल काबिलियत क्या है और कैसे वह आगे कर अच्छा कर सकते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि वह अपनी गलतियों से सीखेंगे। मुझे नहीं लगता कि इससे बुरा बल्लेबाजी प्रदर्शन हमारा हुआ होगा। हम यहां से सिर्फ आगे जा सकते हैं और समझ सकते हैं कि एक टीम के तौर पर हम विशेष चीजें कर सकते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि हम मजबूती से वापसी करेंगे।"
भारतीय टीम इस मैच में दूसरी पारी में 36 रनों पर ही ढेर हो गई। यह टेस्ट की एक पारी में उसका न्यूनतम स्कोर है।