नई दिल्ली, 22 अक्टूबर | अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की हालिया बैठक में जिम्बाब्वे को दोबारा अंतर्राष्ट्रीय टीम का दर्जा देने के लिए चर्चा में रही थीं, लेकिन इस बैठक में एक बड़ी बात जो रही वो आस्ट्रेलिया के इर्ल एडिंग्स के नेतृत्व में वर्किं ग ग्रुप का निर्माण, जिसने बीसीसीआई के नए अधिकारियों को सकते में डाल दिया है।
बोर्ड के भावी अधिकारियों में से एक ने आईएएनएस से कहा कि इस तरह की चीजों पर ध्यान दिया जाना जरूरी है और आईसीसी द्वारा बीसीसीआई के कोने में पटकने की नीति का तुरंत जवाब दिया जाना चाहिए।
अधिकारी ने कहा, "बीते कुछ वर्षो में जो हुआ वो अब अतीत की बात हो गई है। अगले दो दिनों में हम कई बैठक करेंगे और इसमें एक मुख्य बिंदु यह रहेगा कि आईसीसी में भारत का क्या रूख रहेगा। कुछ तरह के कदम उठाने के लिए हमें अलग सोच के साथ जाना होगा। नए वर्किं ग ग्रुप का निर्माण का मतलब है कि आईसीसी चेयरमैन शशांक मनोहर हो सकता है कि 2020 से 2022 तक के अगले कार्यकाल पर नजरें गड़ाएं हों।"