भारत में क्रिकेट को धर्म माना जाता है और टीम इंडिया के लिए खेलने का सपना लगभग हर भारतीय देखता है। लेकिन टीम इंडिया के लिए खेलना हर किसी की किस्मत में नहीं होता क्योंकि कई खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो दशकों तक अपनी पोजिशन बनाए रखते हैं जिसके चलते कई युवा खिलाड़ी डोमेस्टिक क्रिकेट तक ही सीमित रह जाते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे ही क्रिकेटर की कहानी बताने जा रहे हैं जिसका करियर एमएस धोनी और ऋषभ पंत की वजह से खत्म हो गया। धोनी ने एक दशक से अधिक समय तक खेल खेला और अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने इतना अच्छा प्रदर्शन किया कि जब तक वो टीम में रहे कोई दूसरा खिलाड़ी उनकी जगह ही नहीं ले पाया।जब धोनी ने रिटायरमेंट ली तो उनकी जगह ऋषभ पंत ने ले ली।
यही कारण था कि उत्तर प्रदेश के युवा खिलाड़ी एकलव्य द्विवेदी ने क्रिकेट छोड़कर वकील बनने का फैसला किया। घरेलू क्रिकेट में एकलव्य शानदार प्रदर्शन कर रहे थे और उन्होंने 43 प्रथम श्रेणी मैच खेलने के साथ-साथ 2016 में इंडियन प्रीमियर लीग में भी भाग लिया। हालांकि, जब इस विकेटकीपर बल्लेबाज़ को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करने का कोई मौका नहीं मिला तो क्रिकेटर ने अपना पेशा बदलने का फैसला किया और परिवार की विरासत को जारी रखते हुए वकील बनने पर ध्यान केंद्रित किया।