रोहित और विराट के फ्यूचर पर भज्जी का बड़ा बयान, बोले- 'रोहित 2 साल और खेल सकता है'
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने विराट कोहली और रोहित शर्मा के भविष्य को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। भज्जी का मानना है कि रोहित अभी सिर्फ 2 साल और खेल सकते हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली टी-20 फॉर्मैट से संन्यास ले चुके हैं। इन दोनों के एक फॉर्मैट से संन्यास लेने के बाद कुछ क्रिकेट पंडितों और पूर्व क्रिकेटर्स का मानना है कि रोहित शर्मा जल्द ही वनडे और टेस्ट फॉर्मैट से भी संन्यास ले सकते हैं। जबकि विराट कोहली को लेकर इन सबका मानना है कि उनमें अभी भी चार-पांच साल की क्रिकेट बाकी है।
इस बीच हरभजन सिंह ने भी इन दोनों खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर बयान दिया है। भज्जी का मानना है कि सीनियर भारतीय स्टार रोहित शर्मा और विराट कोहली में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना जारी रखने की क्षमता है और अब ये जोड़ी अपने भविष्य का फैसला करेगी। पूर्व भारतीय स्पिनर का मानना है कि कोहली अपनी बेहतरीन फिटनेस के साथ अगले पांच साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल सकते हैं, जबकि टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित कम से कम दो साल और खेल सकते हैं।
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हरभजन ने पीटीआई वीडियोज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "रोहित आसानी से दो साल और खेल सकते हैं। विराट कोहली की फिटनेस को देखते हुए आप कभी नहीं जान सकते कि वो पांच साल तक प्रतिस्पर्धा करते रहेंगे। वो शायद टीम में सबसे फिट खिलाड़ी हैं। आप किसी भी 19 वर्षीय खिलाड़ी से विराट से (फिटनेस के मामले में) प्रतिस्पर्धा करने के बारे में पूछें। विराट उनसे बेहतर हैं। वो इतने फिट हैं। मेरा मानना है कि विराट और रोहित में अभी बहुत क्रिकेट बाकी है और ये पूरी तरह से उन पर निर्भर करता है। अगर वो पर्याप्त रूप से फिट हैं, वो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और टीम जीत रही है, तो उन्हें खेलना जारी रखना चाहिए। ये बहुत आसान है।"
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हरभजन का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा प्रारूप है, जिसमें आपको दोनों की जरूरत होती है। उन्होंने आगे बोलते हुए कहा, “लाल गेंद के क्रिकेट में, आपको वाकई इन दोनों खिलाड़ियों को लोगों की अपेक्षा से थोड़ा ज़्यादा खेलने की ज़रूरत है। आपको सभी प्रारूपों में अनुभव की ज़रूरत है, चाहे वो सीमित ओवरों का क्रिकेट हो या टेस्ट क्रिकेट। आपको उभरती हुई प्रतिभा को निखारने के लिए अनुभवी क्रिकेटरों की ज़रूरत है। चयनकर्ताओं को ये देखना होगा कि अगर कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो उसे बाहर कर देना चाहिए। चाहे वो सीनियर खिलाड़ी हो या जूनियर। लेकिन जब तक सभी फिट हैं, उन्हें टीम में चुना जाना चाहिए।”