'मैं पुजारा की तरह नहीं खेल सकता', बार-बार फ्लॉप होकर भी नहीं सुधर रहे पृथ्वी; दिया ये बयान
पृथ्वी शॉ का मानना है कि भारतीय टीम में वापसी करने के लिए उन्हें अपने बैटिंग स्टाइल में कुछ बदलाव करने की जरूरत नहीं है।
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw), एक ऐसा युवा खिलाड़ी जिसे भारतीय टीम का फ्यूचर कहा जाने लगा था, लेकिन बीते समय में इस 23 वर्षीय बल्लेबाज़ ने इस कदर खराब प्रदर्शन किया कि अब उनकी जगह दूर-दूर तक इंटरनेशनल टीम में नहीं बन पा रही है। हाल ही में आईपीएल में भी पृथ्वी का बल्ला सिर्फ और सिर्फ संघर्ष करता नज़र आया और अब घरेलू टूर्नामेंट दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy 2023) में भी ऐसा ही नज़र आ रहा है।
दलीप ट्रॉफी में, वेस्ट जोन और सेंट्रल जोन के बीच खेले गए मुकाबले में पृथ्वी वेस्ट जोन के लिए पहली इनिंग में सिर्फ 26 और दूसरी इनिंग में महज 25 रन बनाकर आउट हुए। हालांकि अपने खराब दौर में भी उन्होंने अपने आक्रमक अंदाज बदलने का बिल्कुल भी मन नहीं बनाया है। पृथ्वी के तेवर नहीं बदले हैं और उनका मानना है कि वह अपने अटैकिंग बैटिंग स्टाइल के दम पर ही इंडियन टीम में वापसी कर सकते हैं।
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पृथ्वी शॉ ने कहा, 'मैं ऐसा नहीं मानता कि मुझे अपने खेल में बदलाव करने की जरूरत है। हां, मैं अपनी बल्लेबाज़ी में समझदारी के साथ सुधार कर सकता हूं। मैं पुजारा सर की तरह बैटिंग नहीं कर सकता और पुजारा सर मेरी तरह बल्लेबाज़ी नहीं कर सकते। मैं सिर्फ और सिर्फ उसी चीज को चीज को करने की कोशिश कर रहा हूं जो चीज मुझे यहां तक लेकर आई है। यानी मेरी आक्रमक बल्लेबाज़ी, मैं इसे बदलना नहीं चाहता।'
बता दें कि बीते आईपीएल में पृथ्वी दिल्ली कैपिटल्स टीम का हिस्सा थे। इस सीजन उन्होंने 8 मुकाबले खेले और सिर्फ 13.25 की औसत से कुल 106 रन बनाए। यही वजह है अब उनके लिए इंडियन टीम के दरवाजे बंद होते नज़र आ रहे हैं। 23 वर्षीय पृथ्वी ने अब तक भारत के लिए 5 टेस्ट, 6 वनडे और 1 टी20 मुकाबला खेला है।