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महान राहुल द्रविड़ ने बताया,क्यों टेस्ट से ज्यादा वनडे और टी-20 खेलना चाहते हैं युवा क्रिकेटर्स

नई दिल्ली, 9 जून| पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ का मानना है कि कप्तान विराट कोहली का टेस्ट प्रारुप को महत्व देना भारतीय टीम के लिए बहुत अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि खेल के इस परंपरागत प्रारुप में टीम

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Rahul Dravid
Rahul Dravid (Twitter)
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Jun 09, 2020 • 05:16 PM

नई दिल्ली, 9 जून| पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ का मानना है कि कप्तान विराट कोहली का टेस्ट प्रारुप को महत्व देना भारतीय टीम के लिए बहुत अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि खेल के इस परंपरागत प्रारुप में टीम उत्कृष्ता हासिल करना चाहती है। द्रविड़ ने संजय मांजरेकर के साथ ईएसपीएन क्रिकइंफो द्वारा आयोजित वीडियोकॉस्ट में अपने क्रिकेट के दिनों, रक्षात्मक बल्लेबाजी के भविष्य और एक टेस्ट बल्लेबाज के रूप में चेतेश्वर पुजारा की योग्यता पर बात की।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
June 09, 2020 • 05:16 PM

मौजूदा समय में टी 20 प्रारुप में बल्लेबाजों द्वारा दबाव का सामना किए जाने और और इस दबाव का टेस्ट मैच से तुलना किए जाने पर द्रविड़ ने कहा, "अगर आप किसी विशेष क्षण के तनाव के स्तर या दबाव के बारे में बात करना चाहते हैं, तो हां यह टी 20 प्रारूप में बहुत अधिक है। वहां तक पहुंचने और पहले ही गेंद से छक्के मारने के लिए अभ्यास और कौशल की आवश्यकता होती है।"

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उन्होंने कहा, "लेकिन अगर आप दबाव के बारे में बात कर रहे हैं, तो तथ्य यह है कि आपको टेस्ट मैच पांच दिनों के लिए खेलना है। मुझे लगता है कि दबाव है। उस से दूर नहीं भाग सकते। किसी भी अन्य प्रारूप में आप ऐसा कर सकते हैं। लेकिन एक टेस्ट मैच में आप बाहर जाते हैं और बल्लेबाजी करते हैं, फिर आप टीम के बल्लेबाजी को देखते हैं, फिर आप विपक्षी बल्लेबाज को देखते हैं और आपके पास सोचने के लिए बहुत समय है।"

उन्होंने कहा, " टी 20 प्रारूप में आप अपने कमजोर पक्षों के साथ जी सकते हो लेकिन अगर आपकी कमजोरी साफ नजर आ रही हो तो आप टेस्ट क्रिकेट में नहीं बने रह सकते। टी 20 क्रिकेट में आपकी कोई विशेष भूमिका होती है और अगर आप उसमें खरे उतरते हो तो आप सफल हो सकते हो।"

पूर्व कप्तान ने कहा, "मेरा मानना है कि टेस्ट बल्लेबाज अब पहले से आक्रामक हो गए हैं। खिलाड़ी शॉट्स खेल रहे हैं और यह देखना अच्छा है। भारत के लिए एक अच्छी बात है विराट कोहली वास्तव में टेस्ट क्रिकेट को महत्व देते हैं। वह हमेशा इस बारे में बात करता है। और मेरे नजरिये में वह हमारे युवा क्रिकेटरों के लिये बहुत अच्छा आदर्श स्थापित कर रहे हैं। वह समझते हैं कि क्रिकेटर के रूप में उनके लिए असली सम्मान टेस्ट क्रिकेट में उनकी सफलता से आएगा।"

द्रविड़ ने कहा, " मैंने कई युवा खिलाड़ियों के साथ काम किया है और जब वे शुरुआत करते हैं तो उनके आदर्श कोहली या केन विलियमसन या स्मिथ होते हैं। वे खेल के सभी प्रारूपों में खेलना चाहते हैं। लेकिन कुछ कम प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को लगता है कि कोहली या पुजारा या अंजिक्य रहाणे के रहते हुए टीम में जगह बनाना मुश्किल है। लेकिन वे जानते हैं कि अगर वे सीमित ओवरों की क्रिकेट पर मेहनत करते हैं तो निश्चित तौर पर आईपीएल टीम में जगह बना सकते हैं और आसानी से आजीविका चला सकते हैं।"

द्रविड़ ने पुजारा की तकनीक पर बात करते हुए कहा, " सौराष्ट्र जैसी जगह से आने के बाद उन्हें पता चल गया कि उन्हें अन्य खिलाड़ियों की तुलना में कुछ खास करने की जरूरत है। इसलिए उन्होंने अपनी प्रत्येक पारी को विशेष बनाने की कोशिश की और इस तरह से अपनी बल्लेबाजी को आगे बढ़ाया।"

उन्होंने कहा, "उनके पास कई तरह के शॉट हैं और वह इसे जानता है। स्पिनरों के सामने वह बेजोड़ है और वह स्ट्राइक रोटेट भी करता है। पुजारा ने अपने खेल पर बहुत अच्छी तरह से काम किया है। उनकी एकाग्रता लाजवाब है।"
 

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