निडर होकर खेलना इस युवा बल्लेबाज की ताकत, कोच ने बताई शुभमन गिल की क्रिकेट गाथा
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज करसन घावरी ने युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की तारीफ करते हुए कहा है कि निडर होकर खेलना इस युवा बल्लेबाज की ताकत है। गिल ने मंगलवार को ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के
कपूर कहते हैं कि गिल के अंदर छोटी उम्र से ही निडरता आनी शुरू हो गई थी और वह लगातार अपने से ज्यादा उम्र के गेंदबाजों का सामना कर रहे थे।
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कपूर ने कहा, "अगर आपने गौर किया हो तो वह तेज गेंदबाजों को हमेशा सीधा खेलते हैं। वह पुल या हुक शॉट खेलने से नहीं डरते। आज (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट में) वह कभी भी दूर नहीं हुए और उन्होंने गाबा की पिच पर पैट कमिंस एंड कंपनी के खिलाफ निडर होकर अपने शॉट्स खेले। यह साहस उन्हें अपने उन शुरुआती वर्षों के अभ्यास से आया है, जब वह सात-आठ साल की उम्र के गेंदबाजों का सामना कर रहे थे।"
गिल जब मोहाली अकादमी से बाहर निकले तब भी घावरी ने गिल पर नजर बनाए रखा।
कपूर ने कहा, "अकादमी छोड़ने के दो साल बाद, घावरी ने मुझे बेंगलुरु से फोन किया और मुझे शुभमन का ख्याल रखने को कहा। घावरी ने मुझसे कहा कि गिल बहुत प्रतिभाशाली हैं और उन्हें संवारने की जरूरत है। मैंने उन्हें बताया कि हम उन्हें अंडर-14 और अंडर-16 में खेला रहे हैं। वह शुभमन से बेहद प्रभावित थे।"
उन्होंने कहा, "शुभमन के अंदर रनों की भूख थी। मैंने उनके अंदर यह बात शुरू से ही देखा है। वह 50-60 रन से संतुष्ट नहीं होंगे और वह बड़े स्कोर के लिए जाएंगे।"