पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने खुलासा किया कि जब भारतीय टीम 2007 में वनडे वर्ल्ड कप के दौरान ग्रुप स्टेज में बाहर हो गई थी तब महेंद्र सिंह धोनी ने उससे बहुत बड़ी सीख हासिल की। साथ ही रैना ने ये भी कहा कि उनके करियर पर धोनी का बहुत बड़ा प्रभाव रहा है।
क्रिकबज के टॉक शो में क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले से बातचीत में रैना ने कहा कि, "साल 2003-04 में बैंगलोर में 'इंडिया ए' के कैम्प के दौरान मैंने धोनी के साथ बहुत समय बिताया था। वो मुझे बहुत अच्छे से जानते थे। हम दोनों ऐसे जगह से आये थे जहां हमनें मुश्किल चीजों को भी आसानी सुलझाया है। यहीं कारण है कि जब हमें देश के लिए खेलने का मौका मिला तो मुझे पता था की ये इंसान(धोनी) खेल में एक बड़ा बदलाव लेकर आएगा। मैंने उनसे काफी बातें की है और उनकी वजह से मेरे खेल, मेरे करियर, मेरे परिवार और मेरे खुद के नजरिये पर भी काफी प्रभाव पड़ा है। 2007 का समय मेरे लिए आसान नहीं था, तब मेरे घुटने का ऑपरेशन हुआ था। उस ऑपरेशन ने मेरी जिंदगी बदल दी और मेरे अंदर और ऊर्जा भरी जिसके बाद मैं और भी बेहतर क्रिकेटर बन सका।
"2007 के वनडे वर्ल्ड कप ने धोनी पर काफी प्रभाव डाला। उस टूर्नामेंट ने धोनी को एक इंसान के तौर पर बहुत कुछ सिखाया। उन्होंने हमेशा ये सिखाया है कि कैसे खेल को जीता जाता है और साथ में यह भी बताया कि आप हार से भी बहुत कुछ सीखते हो। वो एक जुझारू इंसान है।"