पाकिस्तान के युवा तेज गेंदबाज नसीम शाह ने महज 19 साल की उम्र में अपना नाम बना लिया है। नसीम शाह के लिए इतनी कम उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में आते ही छा जाना बिल्कुल भी आसान नहीं रहा। नसीम शाह ने विजडन क्रिकेट के साथ बातचीत के दौरान अपनी लाइफ से जुड़ी कई दिलचस्प बातें शेयर की हैं-
क्रिकेट खेलना समय की बरबादी लगता था: मेरे परिवार ने मेरा समर्थन नहीं किया क्योंकि उन्हें क्रिकेट के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। वे सोचते थे कि यह समय की बर्बादी है। वे कहते, 'हमारे छोटे से गांव से इतनी दूर कौन जा सकता है। सिर्फ संपन्न लोग ही क्रिकेट खेलते हैं। क्रिकेटर बड़े शहरों से आते हैं। ये बातें मेरे दिमाग में कभी नहीं थीं। लेकिन मेरी बस इच्छा थी कि किसी तरह हार्ड-बॉल से क्रिकेट खेलूं।
क्रिकेट में अपने सपने को पूरा करने के लिए नसीम शाह लाहौर चले गए थे। सबसे पहले उन्होंनेअपने चाचा के साथ अब्दुल कादिर इंटरनेशनल क्रिकेट अकादमी का दौरा किया। पाकिस्तान के महान स्पिनर के बेटे सुलेमान कादिर की अकादमी में संचालन की देखरेख में ही उन्होंने क्रिकेट को गुर को निखारा।