नई दिल्ली, 8 जून| एक समय सझा गया था कि उनमुक्त चंद वह क्रिकेटर हैं जो विराट कोहली के नक्शेकदम पर चलने की सलाहियत रखते हैं और जो भविष्य में भारत की सीनियर टीम का नियमित सदस्य बनेंगे। लेकिन , 2012 में भारत को अंडर-19 वर्ल्ड कप दिलाने वाला यह कप्तान अपनी काबिलियत पर खरा नहीं उतर सका। उन्मुक्त ने आकाश चोपड़ा के यूट्यूब चैनल आकाशवाणी पर कहा, "जाहिर सी बात है कि किसी भी अंडर-19 खिलाड़ी के लिए वर्ल्ड कप काफी अहम है। यह काफी सालों की मेहनत होती है, जूनियर से लेकर अंडर-16 और फिर उससे आगे। किसी भी जूनियर खिलाड़ी के लिए वहां तक पहुंचना बहुत बड़ी बात है और निश्चित तौर पर वर्ल्ड कप जीतना भी बड़ी बात है।"
उन्होंने कहा, "चार साल पहले मैंने देखा था कि विराट भैया टीम की कप्तानी कर रहे हैं और वर्ल्ड कप जीत कर आए हैं। वो मेरी यादों में ताजा था इसलिए प्रभाव काफी ज्याद पड़ा। मुझे पता है कि कहानी अलग हो सकती थी। ऐसा नहीं है कि आप हमेशा अपने आप भारत के लिए खेलोगे लेकिन उस समय मेरे लिए अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतना काफी अहम था।"
उन्मुक्त ने कहा कि 2012 के बाद से वह लगातार रन बना रहे थे और उन्होंने इंडिया-ए की कप्तानी भी की थी, लेकिन सीनियर टीम से कभी उन्हें बुलावा नहीं आया।