युवा भारतीय बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) पिछले काफी समय से घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करते हुए आ रहे थे। हालांकि इसके बावजूद भी उनको भारतीय टीम में जगह नहीं मिल रही थी। 537 दिनों के लंबे इंतजार के बाद शॉ को घर पर हाल ही में हुई न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई तीन मैचों की टी-20 इंटरनेशनल सीरीज में जगह दी गयी थी लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने को नहीं मिला था।
शॉ आखिरी बार जुलाई 2021 में श्रीलंका के खिलाफ टी-20 इंटरनेशनल सीरीज में भारत के लिए खेलते हुए दिखाई दिए थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई तीन मैचों की टी-20 इंटरनेशनल सीरीज में उनकी जगह शुभमन गिल को खिलाया गया था। उस सीरीज को भारत ने 2-1 से अपने नाम कर लिया था। अब सीरीज खत्म होने के एक महीने बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई सीरीज में खेलने का मौका नहीं मिलने पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उनका कहना है कि भारतीय टीम में वापसी उनके लिए प्लेइंग इलेवन में मौके से ज्यादा मायने रखती है।
न्यूज 24 स्पोर्ट्स से बात करते हुए शॉ ने कहा, "मुझे टी-20 टीम में वापस आकर खिलाड़ियों से मिलने और उनके साथ ट्रेनिंग करने में बहुत अच्छा लगा। मैंने उस चीज को एंजॉय किया। हां, मुझे मौका नहीं मिला लेकिन वापसी का मौका दिया गया, जो मायने रखता है। यह सब उन पर निर्भर करता था कि कब खेलना है कब नहीं, लेकिन मैंने उसका सम्मान किया क्योंकि शायद वे मुझसे पहले वाले को थोड़ी देर रन देना चाहते थे। लेकिन फिर, मुझे इसका कोई अफसोस नहीं है। मैं मौकों की तलाश करता रहूंगा क्योंकि मेरे पास उन गोल्स की लिस्ट है जिन्हें मैं भारतीय टीम के साथ हासिल करना चाहता हूं।"