लाजवाब करियर के बावजूद 'क्रिकेट के भगवान' को जिंदगी भर रहेगा इन 2 बातों का पछतावा, सचिन ने खुद खोला राज
वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाज भारत के सचिन तेंदुलकर ने मैदान पर कई कारनामे किए है। उन्होंने भारत के लिए कई ऐसी पारियां खेली है जो क्रिकेट फैंस के मन में आज भी है। संन्यास लेने से पहले उन्होंने
वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाज भारत के सचिन तेंदुलकर ने मैदान पर कई कारनामे किए है। उन्होंने भारत के लिए कई ऐसी पारियां खेली है जो क्रिकेट फैंस के मन में आज भी है।
संन्यास लेने से पहले उन्होंने 463 वनडे मुकाबले, 200 टेस्ट मैच खेला है जिसमें उनके नाम 34,000 से भी ज्यादा रन शामिल है। सचिन ने इस दौरान 100 इंटरनेशनल भी ठोके है।
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इतना बेहतरीन क्रिकेट करियर रहने के बाद सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान एक ऐसी चीज का खुलासा किया जिसका पछतावा उन्हें पूरी जिंदगी रहेगा।
महान बल्लेबाज ने Cricket.com से एक खास बातचीत में कहा कि उन्हें अपनी पूरी जिंदगी भारत के महान बल्लेबाज लिटिल मास्टर यानी सुनील गावस्कर और वेस्टइंडीज के सबसे धाकड़ बल्लेबाज सर विवियन रिचर्ड्स के साथ ना खेलने का दुख रहेगा।
तेंदुलकर ने कहा," मुझे दो बातों के लिए पछतावा है। पहला ये कि मैं सुनील गावस्कर के साथ नहीं खेल पाया। मिस्टर गावस्कर मेरे हीरो थे और मैं उन्हें देखकर बड़ा हुआ पर उनके साथ ना खेलने का मलाल हमेशा रहेगा। मेरे डेब्यू से कुछ साल पहले ही उन्होंने संन्यास ले लिया।"
आगे सचिन ने कहा,"दूसरा दुख ये है कि मैं अपने बचपन के हीरो सर विवियन रिचर्ड्स के साथ नहीं खेल पाया। लेकिन मैंने काउंटी क्रिकेट में उनके खिलाफ खेला है। लेकिन मुझे इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके खिलाफ ना खेलने का दुख है। हालांकि रिचर्ड्स ने 1991 में संन्यास लिया लेकिन इसके बीच कभी ऐसा नहीं हुआ जब दोनों को एक दूसरे के खिलाफ खेलने का मौका मिलें।"