'विराट कोहली को 7 करोड़ और आपको 50 लाख क्यों?', स्मृति मंधाना ने दिया जवाब
ग्रेड में आने वाले पुरुष खिलाड़ियों को ए ग्रेड में आने वाली महिला क्रिकेटर्स से ज्यादा पैसे मिलते हैं। स्मृति मंधाना ने इस मुद्दे पर रिएक्ट किया है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ियों के सालाना कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान किया था। इस कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा धनराशि बोर्ड से ग्रेड ए के खिलाड़ियों को 50 लाख रुपये सालाना मिलेगी जो कि पुरुष क्रिकेटर्स को मिलने वाली धनराशि से बेहद कम है।
पुरुष क्रिकेटर्स को ग्रेड ए प्लस के तहत सालाना 7 करोड़ रुपए मिलते हैं। इसके बाद ए ग्रेड में मौजूद खिलाड़ियों को 5 करोड़, बी ग्रेड में मौजूद खिलाड़ियों को 3 करोड़ और सी ग्रेड में मौजूद खिलाड़ियों को 1 करोड़ रुपए मिलते हैं। यानी सी ग्रेड में आने वाले पुरुष खिलाड़ियों को ए ग्रेड में आने वाली महिला क्रिकेटर्स से ज्यादा पैसे मिलते हैं।
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कुछ यूजर्स ने इसके बाद कहा था कि BCCI का पुरुषवादी रवैया जारी है और वह महिलाओं को कम पैसे देता है। स्मृति मंधाना ने इस मुद्दे पर बोलते हुए बीते दिनों कहा था, 'हमें यह समझने की जरूरत है कि हमें जो राजस्व मिलता है वह पुरुष क्रिकेट से ही आ रहा है। जिस दिन महिला क्रिकेट राजस्व अर्जित करना शुरू करेगी, मैं यह कहने वाली पहली व्यक्ति बनूंगी कि हमें भी बराबर का अधिकार चाहिए। लेकिन अभी हम ऐसा नहीं कह सकते।'
बता दें कि बीसीसीआई ने 19 महिला खिलाड़ियों को सालाना सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिए जाने की घोषणा की थी। स्मृति मंधाना के अलावा हरमनप्रीत कौर और पूनम यादव को ग्रेड ए में जगह मिली है। इन तीन खिलाड़ियों को सालाना 50-50 लाख रुपए मिलेंगे। वहीं इसके बाद ग्रेड बी में मौजूद खिलाड़ियों को 30 लाख रुपए और ग्रेड सी में मौजूद खिलाड़ियों 10 लाख रुपए सालाना मिलेंगे।