153 kph की लीथल यॉर्कर, आंखों में लेंस लगाए सौरव गांगुली को नहीं लगी थी हवा
सौरव गांगुली न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज शेन बॉन्ड की गेंद पर पूरी तरह से बेबस नजर आए थे। 153 kph की लीथल यॉर्कर को पढ़ पाना सौरव गांगुली के लिए आसान नहीं था और वो क्लीन बोल्ड हो गए थे।
बात है वर्ल्ड कप 2003 की टीम इंडिया का सामना खूंखार गेंदबाजों से भरी न्यूजीलैंड टीम से था। उस दौर में शेन बॉन्ड की दहशत थी। शेन बॉन्ड अपनी आग उगलती गेंदों से विपक्षी टीम के बल्लेबाजों के परखच्चे उड़ाने के लिए मशहूर थे। ऐसा ही कुछ हुआ टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के साथ भी हुआ। सौरव गांगुली क्रीज पर नए थे और उन्हें हवा नहीं लगी कि उनके साथ आगे क्या होने वाला है।
टीम इंडिया का स्कोर था 9 रन पर 1 विकटे था। सौरव गांगुली 3 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे और गेंदबाज थे शेन बॉन्ड। सौरव गांगुली इस मुकाबले से पहले गजब की फॉर्म में थे लेकिन, यहां शेन बॉन्ड के सामने वो पानी भर गए। शेन बॉन्ड ने सौरव गांगुली को 153 kph की लीथल यॉर्कर डाली जिसे खेलना तो दूर देख पाने में भी गांगुली कामयाब ना हो सके।
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सौरव गांगुली जिन्होंने अपने पूरे करियर के दौरान आंखों में कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर बैटिंग की थी यहां पर उनके लेंस की रोशनी भी उन्हें बचा नहीं पाई और वो क्लीन बोल्ड हो गए। शेन बॉन्ड के बारे में ये कहा जाता रहा है कि कुल मिलाकर वो शोएब अख्तर और ब्रेट ली की तुलना में एक बेहतर गेंदबाज थे क्योंकि उनके पास हदपार तेज गति की गेंद को भी स्विंग करने की असाधारण क्षमता थी।
वहीं अगर इतिहास के पन्ने में दबे इस मुकाबले की बात करें तो टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप 2003 में खेले गए इस मुकाबले में कीवी टीम को 7 विकेट से शिकस्त दी थी। पहले बैटिंग करते हुए न्यूजीलैंड की टीम महज 146 रनों पर सिमट गई थी। जहीर खान ने 4 विकेट झटके थे।
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जवाब में टीम इंडिया ने इस मुकाबले को 40.4 ओवर में जीत लिया था। शेन बॉन्ड के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो इस गेंदबाज ने न्यूजीलैंड के लिए 82 वनडे मुकाबले में 147 और 18 टेस्ट मैच में 87 विकेट झटके हैं। शेन बॉन्ड ने 20 टी-20 और 8 आईपीएल मैच भी खेले हैं।