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कोच गंभीर ने डेब्यू से पहले मयंक को दिया था खास 'गुरुमंत्र'

चाहे खिलाड़ी कितना भी काबिल हो लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जब डेब्यू की बात आती है, तो दबाव काफी ज्यादा होता है। आईपीएल 2024 में अपनी स्पीड और शानदार प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया में जगह बनाने वाले तेज

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Gwalior: 1st T20I cricket match between India and Bangladesh
Gwalior: 1st T20I cricket match between India and Bangladesh (Image Source: IANS)
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By IANS News
Oct 07, 2024 • 07:48 PM

चाहे खिलाड़ी कितना भी काबिल हो लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जब डेब्यू की बात आती है, तो दबाव काफी ज्यादा होता है। आईपीएल 2024 में अपनी स्पीड और शानदार प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया में जगह बनाने वाले तेज गेंदबाज मयंक यादव भी बांग्लादेश के खिलाफ दबाव में थे, लेकिन उन्हें कोच गौतम गंभीर का साथ मिला और वह खुलकर मैदान पर खेले।

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October 07, 2024 • 07:48 PM

आईपीएल 2024 में चंद मैच खेलकर लाइमलाइट हासिल करने वाले 22 वर्षीय तेज गेंदबाज ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शानदार आगाज किया। उम्मीद के मुताबिक उनके पास तेज गति और सटीक लाइन-लेंथ थी। दिलचस्प बात यह थी कि मयंक ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का पहला ओवर मेडन डाला।

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मयंक ने हेड कोच गंभीर की सलाह के बारे में जियोसिनेमा पर कहा, "उन्होंने मुझसे कुछ एक्स्ट्रा या नया करने के लिए नहीं कहा। उनकी सलाह थी कि मैं अपनी स्ट्रेंथ और क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित करूं। कुछ नया करने की बजाय मैं अपनी स्ट्रेंथ पर फोकस करूं। यह सोचकर खुद पर दबाव न डालूं कि मैं अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहा हूं।"

चार ओवरों में 1-21 के आंकड़े के साथ मयंक ने अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने बताया कि उनका पूरा ध्यान अपनी गेंदबाजी में निरंतरता बनाए रखने पर था।

मयंक ने कहा, "इस मुकाबले में मेरा ध्यान स्पीड पर नहीं बल्कि लेंथ पर था। मैंने स्पीड के बारे में एक बार भी नहीं सोचा। मेरा फोकस रन रोकने और सटीक लाइन लेंथ पर था। कोच गंभीर ने मुझ्से ज्यादा कुछ नहीं कहा। उन्होंने बस मुझे अपने बेसिक पर ध्यान देने और फ्री होकर खेलने के लिए कहा।"

टीम इंडिया के लिए अपने पहले ही मैच में मयंक यादव ने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया। अब वह भारत के तीसरे ऐसे गेंदबाज बन गए हैं जिन्होंने टी20 इंटरनेशनल में अपना पहला ओवर मेडन डाला। इससे पहले यह उपलब्धि सिर्फ अजित अगरकर और अर्शदीप सिंह ने हासिल की थी। मयंक ने अपने डेब्यू मैच में सबसे तेज गेंद 149.9 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से डाली।

मयंक ने कहा, "इस मुकाबले में मेरा ध्यान स्पीड पर नहीं बल्कि लेंथ पर था। मैंने स्पीड के बारे में एक बार भी नहीं सोचा। मेरा फोकस रन रोकने और सटीक लाइन लेंथ पर था। कोच गंभीर ने मुझ्से ज्यादा कुछ नहीं कहा। उन्होंने बस मुझे अपने बेसिक पर ध्यान देने और फ्री होकर खेलने के लिए कहा।"

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Article Source: IANS

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